धुएं का गुबार और उसके पीछे 17 साल तक छुपा हुआ एक चेहरा. 17 साल तक देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई से लेकर पूरी हिंदुस्तानी पुलिस धुएं के पीछे उसे तलाशती रही. लेकिन हाथ आना तो दूर उसकी एक झलक तक कोई नहीं देख पाया.