हवा में अचानक पायलट प्लेन पर से अपना कंट्रोल खो बैठता है. विमान अब तेजी से लड़खड़ाता हुआ नीचे की तरफ आ रहा था. नीचे ज़मीन पर चारों तरफ ऊंची-ऊंची रिहाइशी इमारतें थीं. जिनमें हजारों परिवार रह रहे थे. विमान की हालत ऐसी नहीं थी कि उसे उन बस्तियों से बहुत दूर ले जाया जा सके. बस्ती पर प्लेन गिरने का मतलब अनगिनत मौत था. तभी पायलट को उसी बस्ती के बीच करीब पांच सौ स्कवॉयर मीटर का एक खाली प्लॉट दिखता है. जहां निर्माण का काम चल रहा था। उस घनी बस्ती के बीच से पायलट किसी तरह प्लेन को उसी खाली प्लॉट तक लाता है और प्लेन क्रैश कर जाता है.