पेशे से राजेंद्र डॉक्टर था लेकिन ज़्यादा पैसे कमाने की लालच में उसने कर्ज लेकर एक कोचिंग सेंटर खोला. कर्ज चुकाने के लिए अपने मां-बाप से पैसे मांगा जिसके नहीं मिलने पर उसने अपने ही मां-बाप की हत्या कर दी.