सट्टा कबूतर पर लगे या क्रिकेट पर है है तो सट्टा ही. इसके बुनियादी तौर-तरीके नहीं बदलते. सट्टेबाजों की नजर इतनी पैनी होती है कि उड़ते कबूतर की भी चाल पहचान लेते हैं और एक अपनी सरकार है, इतनी कमजोर कि हाथ आए कबूतर को भी उड़ा देती है.