कहा जाता है कि सियाचिन में तैनाती कोई बच्चों का खेल नहीं है. हर कदम, हर पल, मौत सामने खड़ी होती है. लेकिन हमारे देश के वीर सैनिकों का दम है कि वो मौत के सामने डटकर खड़े होते हैं. फौजी की सियाचिन पर तैनाती से पहले खास ट्रेनिंग दी जाती है. देखिए देश के लिए पहरेदार बने जवानों की दास्तान.