ऑपरेशन सिंदूर ने अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं. इस पराक्रम में भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया. 7 और 8 मई 2025 की रात भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर तक घुसकर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा सहित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. देखें वंदे मातरम्.
भारतीय सेना दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है, जो जवानों की संख्या, हथियारों के प्रकार और भौगोलिक दायरे पर आधारित है. भारतीय सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ प्रतिदिन लड़ते हैं, जिसका प्रमाण ऑपरेशन महादेव और बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसे सटीक ऑपरेशन हैं. भारतीय सेना मल्टी-फ्रंट युद्ध के लिए तैयार रहती है, जैसा कि ऑपरेशन सिंदूर में हुआ. देखें वंदे मातरम्.
भारतीय सेना दुश्मन देश की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देती है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन की गोलाबारी का जवाब भारतीय सेना ने अपनी तोप से दिया. सेना लगातार नई तकनीकों को अपना रही है ताकि आधुनिक युद्ध की चुनौतियों का सामना कर सके. देखें वंदे मातरम्.
भारत अब रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है. 'मेक इन इंडिया' केवल एक नारा नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा का आधार बन गया है. अब भारत विदेशों से आयात किए गए हथियारों पर निर्भर नहीं है, बल्कि अपने अस्त्र और शस्त्र खुद बना रहा है. लाइट कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट (एलसीए) तेजस और एडवांस्ड मीडियम कॉम्बेट एयरक्रॉफ्ट (एएमसीए) जैसे लड़ाकू विमानों का डिजाइन भारतीय पायलटों द्वारा किया गया है. विमानों के कंपोनेंट्स और मटेरियल अब देश में ही बनने लगे हैं.
भारतीय नौसेना के गोताखोर पानी के नीचे रहकर देश की रक्षा का दायित्व निभाते हैं. इनकी जिम्मेदारी में पानी के भीतर बचाव कार्य और उपकरणों का बचाव शामिल है. ये गोताखोर पानी के नीचे दुश्मन के इलाके में पहुंचने में भी मदद करते हैं. भारतीय नौसेना का डाइविंग स्कूल इन महायोद्धाओं को प्रशिक्षित करता है. यहाँ एक दिन से लेकर छत्तीस हफ्तों तक का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें बुनियादी से लेकर अति विशिष्ट गोताखोरों को तैयार किया जाता है. देखें वंदे मातरम्.
भारत-पाकिस्तान सीमा पर पंजाब में स्थित अटारी बॉर्डर पर ऑपरेशन सिंदूर के बाद कई बदलाव हुए हैं. अब रिट्रीट सेरेमनी के दौरान पाकिस्तान के साथ हाथ नहीं मिलाया जाता और गेट भी नहीं खोले जाते हैं. बीएसएफ का कहना है कि 'सेरेमनी और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकता है'. 9 मई की रात को पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी शुरू हुई, जिसका सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
भारतीय सेना के तोपखाने की शक्ति और आत्मनिर्भरता पर केंद्रित यह रिपोर्ट दिखाती है कि 'मेक इन इंडिया' हमारे लिए बहुत जरूरी है. धनुष और K9 वज्र जैसी स्वदेशी तोपें भारतीय सेना की मारक क्षमता को बढ़ा रही हैं, जिससे दुश्मन पर दबदबा कायम होता है. श्वेता सिंह के साथ देखें वंदे मातरम्.
पहलगाम आतंकी हमले के प्रतिशोध में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया, जिसमें राफेल ने मुख्य भूमिका निभाई. इन विमानों ने सटीकता से लक्ष्यों को भेदकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया, जिससे आतंकी नेटवर्क की कमर टूट गई. आजतक से बातचीत में पायलट ने राफेल की ताकत और उसे उड़ाने में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया. देखें वंदे मातरम्.