2019 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नया फॉर्मूला गढ़ा था. विपक्षी एकता का एक ऐसा मंच तैयार किया था, जहां सारी पार्टियां एक तरफ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ. सियासी भाषा में यही कहलाया मोदी वर्सेज ऑल. लेकिन वक्त का पहिया घूमा है. पश्चिम बंगाल के चुनाव से ऐन पहले ममता बनर्जी को अप्रत्याशित विरोध का सामना करना पड़ रहा है. पार्टियां तो पार्टियां उनके तो अपनी पार्टी के लोग उनके खिलाफ हैं. बंगाल में मुकाबला है दीदी वर्सेज ऑल. दीदी वर्सेज ऑल में हालांकि मोदी वर्सेज ऑल वाली बात नहीं है. क्योंकि पीएम मोदी के खिलाफ सब एकजुट थे. देखें खास कार्यक्रम, श्वेता सिंह के साथ.