आज शंखनाद उस खूनी सियासत के खिलाफ जो बंगाल में मची है. बंगाल में कोई कह रहा है कि मार देंगे, कोई कह रहा है काट देंगे, कोई कह रहा है चीर देंगे. एक दूसरे को मार डालने की होड़ को देखते हुए, कहां से नहीं लगता कि ये लोकतंत्र के प्रहरी हैं. हर रैली में हंगामा, बवाल, गोली और बम चल रहे हैं. नेता खुलेआम मंचों से एक दूसरे को मार डालने की धमकियां दे रहे हैं. सवाल ये है कि ये कैसे सियासी लोग हैं, जिनमें सियासत का जरा सा भी संस्कार नहीं. ये कैसे राजनीतिक लोग हैं, जो लोकतंत्र के नाम पर खूनतंत्र बना रहे हैं. क्योंकि बंगाल की लड़ाई अब चीरने पर आई. देखें शंखनाद, चित्रा त्रिपाठी के साथ.