मैं भाग्य हूं आप मुझे अपने कर्मों का नियामक कहें या नियंत्रक पर मैं तो आपका साथी हूं... जो आपको रोज बताता हूं.... कि आप इस बात पर भरोसा मत कीजिए कि आपका भाग्य ईश्वर ने लिखा है बल्कि आप इसपर भरोसा रखें कि आप अपना भाग्य खुद लिख सकते हैं. आने वाले कल में आपके साथ क्या होगा. यह सब आपके कर्मों पर ही निर्भबर करता हैं.