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मैं भाग्य हूं... सब रिश्तों से ऊपर है परमात्मा की भक्ति

मैं भाग्य हूं... सब रिश्तों से ऊपर है परमात्मा की भक्ति

मैं भाग्य हूं... आप मुझे ईश्वर का लिखा मानते हैं. अपनी किस्मत का संचालक मानते हैं. आज मैं आपके लिए ऐसा साथी ढूंढ लाया हूं. जिसका साथ आपको जीवनभर मिल सकता है. वो किसी भी परिस्थिति में आपका साथ नहीं छोड़ता और सच्चा सुख भी उसी के साथ मिलता है.

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