साल के दूसरे और आखिरी चंद्रग्रहण का दुर्लभ खगोलीय नजारा भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में दिखा. इसे 'ब्लड मून' भी कहा गया, जब चंद्रमा लाल-नारंगी रंग का दिखाई दिया. ग्रहण के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में शुद्धिकरण और पूजा पाठ का दौर चला. प्रयागराज में संगम और हरिद्वार में हर की पैड़ी पर लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. देखें खबरें सुपरफास्ट.