जेएनयू में देशविरोधी नारे और देशद्रोह के आरोप में कन्हैया की जेल यात्रा ने उसे आक्रामक और धारदार बना दिया. जेल से रिहाई के बाद कन्हैया जब जेएनयू पहुंचा तो सीधे प्रधानमंत्री पर हल्ला बोल दिया.