आतंक दहशत फैलाने की लाख कोशिश कर ले लेकिन आखिर में जीत इंसानी जज्बे की ही होती है. बोधगया का महाबोधि मंदिर फिर से पूजा के लिए खोल दिया गया है और वहां शाम की पूजा भी शुरू हो चुकी है.