जब कानून के दो कारिंदे आपस में ही भिड़ जाएं तो कानून असहाय और बेबस हो जाता है. दिल्ली में फिलहाल हालात ऐसे ही हैं. खाकी वर्दी और काले कोट की जंग लगातार बढ़ती जा रही है. कल वकीलों ने मारपीट और हड़ताल की तो आज पुलिसवाले सड़क पर आ गए. पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर अपने ही महकमे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वो चाहते हैं कि वकीलों पर सख्त कार्रवाई हो. उधर, वकील चाहते हैं कि पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई हो. कुल मिलाकर ये पूरा मामला अब ताकत, पावर और इगो का ज्यादा हो गया है.