किसान आंदोलन की वापसी के रास्ते में फिर से जैसे कील कांटे लग गए हैं. किसान संगठन अब एमएसपी के बाद मुकदमों की वापसी पर अड़े हैं. हालांकि सरकारें इन्हें ये ऑफर पहले ही भेज चुकी है लेकिन किसान किसी शर्त से फिलहाल हाथ खड़े कर रहे हैं. किसान संगठनों की आज दो बजे सिघु बॉर्डर पर बैठक होने वाली है लेकिन मंत्रियों से मुलाकात को लेकर किसी फैसले पर नहीं पहुंचा जा सका है. यानि जो रास्ता आसान दिख रहा था वो फिर से तनातनी में फंस गया है. देखें एक और एक ग्यारह.
Three hundred and sixty-five days and counting - that's how long farmers from Punjab, Haryana and western UP have been camping at Delhi's borders. However, it now seems that the year-long agitation is nearing its end. A five-member committee of the Samyukta Kisan Morcha (SKM) will take final call.