देवभूमि पर कुदरत का जो कहर टूटा उससे होने वाली तबाही रुकने का नाम नहीं ले रही है. केदरनाथ तो पहले ही पूरी तरह से तबाह हो चुका है और अब चार धाम की यात्रा के पहले पड़ाव यमुनोत्री पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं.