व्यापार में लगातार हो रहे नुकसान और बाधाओं को दूर करने के लिए यदि हम इस मंत्र का उच्चारण करें तो अवश्य ही हमें लाभ होगा. भगवत् त्वत् प्रसादेन, भवन्ति सर्वसम्पद: