सरकार का काम क्या है? जो घट गया उस पर चिंता जताना या फिर ऐसे उपाय करना कि दोबारा वैसी घटना ना हो जो समाज के माथे पर कलंक की तरह हो. याद होगा आपको 16 दिसंबर को चलती बस में गैंगरेप के बाद जब देश का गुस्सा उबला था तो सरकार ने ढेरों वादे किए थे. चार महीने बाद जब फिर से वैसी ही रोंटगे खड़ी करने वाली वारदात हुई तो सरकार चार महीने पुरानी उन्हीं वादों को दोहराने में लगी है. तो क्या सरकार का वादा झूठा था?