महंगाई जनता के लिए ठोस पदार्थ है, जो आम आदमी देख सकता है, जो खुद आम आदमी को छू सकती है. लेकिन वही महंगाई क्या सत्ता में बैठे लोगों के लिए हीलियम गैस की तरह होती है? तभी तो महंगाई बहुत सारे नेताओं को ना दिखती है, ना महसूस होती है. महंगाई पर लगाम के लिए सरकार बहुत कोशिश करती आ रही है. लेकिन पांच साल में खाने पीने के सामान में ही कितना दाम बढ़ गया है, ये आज खुद संसद में खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री की तरफ से बताया गया है. ये आंकड़े देश के वो राजनेता जरूर देखें, जो कहते हैं कि महंगाई है ही नहीं. जो बोलते हैं कि महंगाई है तो आय भी बढ़ी है. देखें 10तक.