इस दौर में सवाल यही है कि पाकिस्तान को पड़ोसी मान कर युद्द ना किया जाए या फिर युद्ध से पहले बातचीत को तरजीह दी जाए. या फिर परमाणु हथियारों से लैस पाकिस्तान के साथ युद्ध का मतलब विनाश तो नहीं होगा. ना युद्ध ना दोस्ती के बीच अटके संबंध में भारत ने क्या और कितना गंवाया है.