आज का दंगल जम्मू कश्मीर की सियासत और जम्मू में हुए एक बड़ी वारदात पर है. देश के गृह मंत्री अमित शाह 3 दिन के दौरे पर जम्मू कश्मीर गए हैं. इस दौरे के दूसरे दिन उन्होंने जम्मू में एक बहुत बड़ा ऐलान किया है. जम्मू कश्मीर में पहाड़ी, गुज्जर और बकरवाल समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाने वाला है. ये पहाड़ी और गुज्जर बकरवाल समुदाय के लिए बहुत बड़ी खबर है क्योंकि 2011 की जनगणना के हिसाब से जम्मू कश्मीर में सिर्फ गुज्जर बकरवाल समुदाय की आबादी 11 प्रतिशत है और तकरीबन इतनी ही आबादी पहाड़ी समुदाय की बताई जाती है. ऐसे में 370 मुक्त कश्मीर में असली लोकतंत्र का दावा करने वाली मोदी सरकार ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बहुत बड़ा दांव चला है. क्या 370 से मुक्ति के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकवाद कंट्रोल में है और क्या 370 हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में दलितों पिछड़ों के साथ सही न्याय हो रहा है? ऐसे तमाम सवालों पर अंजना ओम कश्यप के साथ देखिए दंगल में चर्चा.
According to the 2011 census, only the Gujjar Bakarwal community has 11 percent of the population in Jammu and Kashmir and almost the same population is said to be of the Pahari community. In such a situation, the Modi government, which claims real democracy in 370 free Kashmir, has made a big bet for the coming assembly elections. Is terrorism under control in Jammu and Kashmir after the abrogation of 370 and is justice being done to Dalits and backward in Jammu and Kashmir? Watch the debate in Dangal with Anjana Om Kashyap.