प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त नेपाल में हैं लेकिन राजधानी काठमांडू जाने से पहले वो माता सीता के मायके यानी जनकपुर पहुंचे. वहां मोदी ने बाकायदा पूजा-अर्चना की. मोदी के इस दौरे में जनकपुर-अयोध्या बस सेवा की शुरुआत भी हुई है. वैसे तो पहली नजर में इसे मोदी की सांस्कृतिक कूटनीति कह सकते हैं लेकिन क्या इसे अयोध्या की राजनीति से भी जोड़कर देखा जा सकता है? अयोध्या में राम मंदिर के मसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में निर्णायक सुनवाई शुरू हो चुकी है लेकिन उससे पहले क्या मोदी ये संदेश देना चाह रहे हैं कि अदालत का फैसला चाहे जो भी हो राम को लेकर उनकी आस्था अटूट है? मोदी सरकार पहले ही रामायण सर्किट के नाम पर अयोध्या समेत राम से जुड़ी जगहों को धार्मिक पर्यटन के मैप पर लाने की योजना बना चुकी है. जनकपुर भी रामायण सर्किट का हिस्सा है, जहां पर विकास योजनाओं के लिए मोदी ने आज 100 करोड़ रुपए का ऐलान किया है.