देश में ये चर्चा हो रही है कि क्या अजमेर शरीफ के नीचे भी प्राचीन शिव मंदिर मौजूद है? ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती जिनके नाम पर अजमेर दरगाह है वो वर्ष 1190 में मुस्लिम आक्रमणकारी मोहम्मद गौरी के साथ भारत आए थे. आखिर कितनी संभावना है कि इस दरगाह के नीचे शिव मंदिर हो सकता है? देखें ब्लैक एंड व्हाइट विश्लेषण.