2019 की जंग के लिए प्रधानमंत्री विपक्षी एकता को चुनौती दे रहे हैं तो सत्तारुढ़ पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह महागठबंधन के किले को ध्वस्त करने का ऐलान कर रहे हैं. वहीं विपक्ष रोजगार और राफेल को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. क्या गैस, तेल और पानी पर ही टिक जाएगी 2019 के चुनाव की कहानी?