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सैफ अली खान पर हमले की मिस्ट्री के आगे तो 'पाताल लोक' का रहस्य भी फेल है

फिलहाल यह खुशी की बात है कि सैफ अली खान अब खतरे से बाहर हैं और काफी हद तक स्‍वस्थ हैं. पर ऐसा क्यों लग रहा है कि सैफ अली खान पर हमले के मामले में मुंबई पुलिस या सैफ परिवार कुछ न कुछ छिपा रहा है?

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सैफ पर हुआ हमला दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है.
सैफ पर हुआ हमला दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है.

बॉलिवुड स्टार सैफ अली खान पर हमला एक क्राइम थ्रिलर मूवी की तरह लोगों में सस्पेंस और उत्सुकता को खत्म ही नहीं कर रहा है. घटना के सामने आने के बाद से ही लगातार कहानी ऐसे मोड़ ले रही है कि हर कोई हैरान परेशान है. सैफ पर हमला इतना रहस्यमय होता जा रहा है कि हाल ही में आई मर्डर मिस्ट्री सीरीज पाताललोक पार्ट 2 भी इसके आगे फीकी नजर आ रही है. फिलहाल सबसे सुखद बात यह है कि सैफ की जिंदगी खतरे से बाहर हैं और अब वे घर लौट चुके हैं. पर सैफ के साथ क्या और कैसे हुआ यह सोचकर कभी रूह कांप जाती है और कभी पुलिस की थियरी पर संदेह होने लगता है.

आम लोगों की बातें करें तो उन्हें ये लगता है कि कहीं न कहीं कुछ बड़ा छुपाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं जो कभी हास्यास्पद लगती हैं तो कभी रियलिटी महसूस होने लगती हैं. जबसे शिवसेना नेता संजय निरूपम ने सैफ अली खान पर हुए हमले के विषय में कुछ सवाल उठाएं हैं तब से लोगों के सवाल और बढ़ गए हैं. लोगों को दिख रहा है कि एक इतना बड़ा कलाकार, देश की नामी गिरामी फैमिली का वारिस, नवाब घराना और बॉलीवुड के सबसे बड़े सम्मानित कपूर खानदान के दामाद के साथ रात में अस्पताल जाने वाला कोई नहीं था. लोग बॉलिवुड के बंधुत्व पर सवाल खड़ा कर रहे थे. पहले तो लोगों को करीना खान का अपने पति के साथ अस्पताल न पहुंचना भी पच नहीं रहा था. आइये देखते हैं कि जो बातें सैफ परिवार और पुलिस के द्वारा कही जा रही हैं वो लोगों के गले क्यूं नहीं उतर रही हैं?

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1-संजय निरूपम के सवालों में कितना दम है 

शिवसेना नेता संजय निरुपम और उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता संजय राउत ने सैफ अली खान के गहरे जख्म के इतनी जल्दी ठीक होने पर हैरानी जता रहे हैं. संजय निरुपम ने तो पकड़े गए बांग्लादेशी आरोपी को लेकर ही सवाल उठा दिया है. निरुपम ने आशंका जताई है कि सीसीटीवी में दिख रहा आरोपी और पकड़े गए बांग्लादेशी आरोपी का चेहरा एक जैसा क्यों नहीं दिखता. दरअसल निरूपम की बातों में सचाई नजर आती है. क्योंकि जिस तरह सैफ अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद आराम से पीठ कार सीट से टिका कर आराम से आए वह भी कम रहस्यमय नहीं है. जिसकी रीढ़ की हड्डी से ढाई इंच चाकू का टुकड़ा छह घंटे के ऑपरेशन का बाद निकाला गया हो वो व्यक्ति इतने आराम से कैसे कार में बैठ सकता है?
 

2-जांच अधिकारी (आईओ) क्यों बदला गया

पुलिस इस मामले की बेहद गहनता से जांच कर रही है यह सही हो सकता है पर इस बीच मामले की जांच करने वाले आईओ को क्यों बदला गया. जांच अधिकारी के बदलने का मतलब है कि या तो जांच में लापरवाही बरती गई या पुलिस के बड़े अधिकारियों के हिसाब से जांच नहीं हुई . सैफ अली खान हमला मामले से सुदर्शन गायकवाड़ को हटा दिया गया है और अब मामले में आगे की जांच अजय लिंगनुरकर करेंगे. पुलिस डिपार्टमेंट के तमाम पूर्व अफसरों का कहना है कि अचानक इस तरह से आईओ बदलने का कोई कारण नहीं होता है. वह भी तब जब अधिकारी का ट्रांसफर नहीं हुआ हो. सैफ के अस्पताल से बाहर आते ही जांच कर रहे पुलिस अधिकारी के अचानक बदलाव की खबर से फैंस भी हैरान हैं. 

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3-चाकू का रहस्य

चाकू का रहस्य भी दिन प्रति दिन गहराता जा रहा है. संजय निरूपम भी आश्चर्य जताते हैं कि चाकू का हिस्सा जो टूटकर अलग रह गया वो सैफ के घर मिला. दूसरा इतना कमजोर चाकू किचेन में ही आम तौर पर इस्तेमाल होता है. क्या कोई ऐसा हमलावर जो 11वें फ्लोर तक चोरी करने के लिए चला गया और उसे एक करोड़ का फिरौती भी मांगना था वो सब्जी काटने वाले चाकू का इस्तेमाल करेगा?

4-क्‍या सैफ अली खान के साथ हॉस्पिटल जाने वाला कोई नहीं मिला?

सैफ अली खान एक बड़े स्टार हैं. उनकी पत्नी करीना कपूर खान उनसे भी बड़ी स्टार हैं. बॉलिवुड के तीनों सुपर स्टार्स खान्स , करण जौहर आदि इस परिवार के निकटस्थ लोगों में गिने जाते हैं. कपूर खानदान तो पूरा घर ही है. बेटी सारा भी बड़ी स्टार बन चुकी है. बड़ा बेटा इब्राहिम भी स्टार बनने की कगार पर है. इतने बड़े स्टार्स की कई टीम होती है,कई मैनेजर्स होते हैं. चूंकि देर रात पार्टियां होती हैं , शूटिंग होती रहती हैं इसलिए इन लोगों की टीम भी परमानेंट काम करती रहती हैं. इसके साथ ही पॉश सोसाइटीज में एंबुलेंस का व्यवस्था रहती है. हर सोसायटी में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो ऐसे मौकों पर तुरंत मदद के लिए खड़े रहते हैं. पर ऐसा कुछ नहीं हुआ. इतने बड़े एक्टर को मुंबई ऐसे शहर में जो कभी सोता नहीं है, को ऑटो रिक्शा में जाना पड़ा और साथ में जाने के लिए एक 8 साल का बच्चा था. जबकि आम तौर ऐसे मामलों में बच्चों को अलग कर दिया जाता है ताकि उनके दिमाग पर गहरा असर न पड़े.

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5-असलियत में सैफ को कौन लेकर आया अस्‍पताल? इसकी भी 3 थ्‍योरी

सैफ को लेकर अस्पताल कौन आया. यह भी मामला रहस्यमय  हो गया है, जबकि सामान्य सी बात थी .पहले कहा गया कि सैफ को उनके बड़े बेटे इब्राहिम ने अस्पताल पहुंचाया. बाद में डॉक्टरों ने बताया कि सैफ अपने बेटे तैमूर के साथ अस्पताल पहुंचे. सैफ को अस्पताल पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवर ने बताया कि सैफ के साथ एक 7-8 साल का बच्चा और एक 50 साल का आदमी भी था. दरअसल अस्पताल कके डॉक्टरों ने अगर खून से सने कपड़ों के साथ किसी हीरो के अंदाज में पहुंचने की बात जो कही थी उसकी सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं जारी करते? क्या सोसायटी से लेकर अस्पताल तक सभी सीसीटीवी कैमरे एक साथ खराब हो गए थे?

6--हमले के वक्‍त करीना कहां थीं?

एक न्यूज चैनल को करीना कपूर की टीम ने बताया था कि सैफ अली खान के साथ जब ये हादसा हुआ तो करीना कपूर घर पर ही थीं. पर सैफ अली खान का जो बयान मीडिया में आया उसमें कहा गया कि हमले के वक्त करीना घर पर ही थीं. सैफ ने अपने बयान में कहा था कि उस रात जब घर में थे तो अचानक किसी ने हमला किया. घर में करीना कपूर और बच्चे थे वो डर गए थे. 
जबकि पुलिस का कहना है कि जब सैफ अली खान पर हमलावर ने चाकू से वार किया तो करीना कपूर घर पर नहीं थी.अलावा करीना ने उस रात इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी भी लगाई है जिसमें वे करीना कपूर, रिया कपूर और सोनम कपूर के साथ पार्टी कर रही थीं.पर वह पार्टी कहां कर रही थीं ये बात अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. 

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7-करीना क्यों नहीं पहुंची अस्पताल?

क्या करीना कपूर अपनी बहन के साथ अस्पताल पहुंची थी. करीना कपूर ने सैफ पर हुए हमले का जिक्र और फैंस से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए एक इंस्टाग्राम पोस्ट की गई है. पर अब तक उनके अस्पताल जाने की कोई विडियो फुटेज नहीं दिखी. जबकि बड़े बेटे इब्राहिम खान और सारा अली खान मिलने पहुंचे थे ये बात तो जगजाहिर हो चुकी है. उसके बाद जब शर्मील टैगोर अस्पताल पहुंची थी तो भी उनकी फुटेज मीडिया में आई थी.

8-हमलावर की पहचान छुपाने की कोशिश कौन कर रहा है?

अभी तक जिस शख्स की हमलावर के तौर पर पहचान हुई है उसकी फुटेज देखकर ऐसा लगता है कि पुलिस या सैफ परिवार कुछ छुपाने का प्रयास कर रहा है. पहले कहा गया कि फरार होने से पहले पहचान छुपाने के लिए हमलावर ने कपड़े बदले. पर आज जो सीसीटीवी फुटेज आई है उसके अनुसार एंट्री के समय तो हमलावर ने अपने चेहरे को ढंका हुआ है पर वापसी पर उसने अपना चेहरा नहीं ढंका है. दूसरी बात यह भी है कि हमलावर वापसी में भागने की मुद्रा में नहीं है. वह आराम से बिना घबड़ाए जा रहा है. क्या पुलिस ने उसे जानबूझकर भागने दिया. क्योंकि अगर तुरंत पुलिस को सूचना मिल गई तो फिर ढूंढने में इतनी देर क्यों हो रही है? हालांकि सबसे पहले एक पुलिस और सैफ परिवार की ओर एक थियरी यह भी आई कि हमलावर को पकड़ लिया गया है. अगर उसे पकड़ लिया गया था तो वो फिर छूट कैसे गया? 

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9-हमले के पीछे की मंशा क्या थी?

किसी भी अपराध के पीछे कोई न कोई मंशा होती है. हमले के पीछे की मंशा अब भी स्पष्ट नहीं है. पहले कहा गया कि हमलावर सैफ के छोटे बेटे को किडनैप करना चाहता था और एक करोड़ की फिरौती मांग रहा था.  बताया जा रहा है कि हमलावर यह कह रहा था कि वह जेह को मार देगा.   हमलावर ने सैफ अली खान को छह बार चाकू मारा और जेह की नैनी से कहा कि वह 1 करोड़ रुपये मांग रहा था.सैफ पर की गई हिंसा की मात्रा ने हमलावर की असली मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं? हमलावर ने न केवल नौकरानी का सामना किया बल्कि हस्तक्षेप करने पर सैफ को कई बार चाकू मारा.सैफ को लगी चोट छीन झपटी वाली चोट नहीं है. यही कारण है कि लगता है कि हमला सिर्फ चोरी के लिए नहीं था, बल्कि सैफ को नुकसान पहुंचाने के इरादे से किया गया था. यह पता लगाने की कोशिश होनी चाहिए कि क्या हमलावर व्यक्तिगत कारणों से सैफ को चोट पहुंचाना चाहता था? 

10-सैफ का घर ही क्यों चुना

एक और सवाल जो आम लोगों के मन में बार बार उठ रहा है कि एक चोर सैफ के घर ही क्यों पहुंचा. क्या उसे सीढ़ियों से ऊपर जाते हुए अन्य घरों में जाने की इच्छा नहीं हुई . क्यों कि जिस अपार्टमेंट में सैफ रहते हैं उसमें सभी लोग उतने ही अमीर हैं जितना सैफ अली खान का परिवार है. बल्कि दूसरे के घर चोर चोरी करता तो इतना हल्ला बवाल भी नहीं होता. चोर ने हमला भी केवल सैफ पर ही किया. छीना झपटी में दूसरे किसी भी शख्स को खरोंच तक नहीं आई. 
 

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