लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहुप्रतीक्षित बहस शुरू हो गई है. ये बहस 16 घंटे तक चलने वाली है - विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ही पूरी तैयारी के साथ मोर्चे पर उतरे हुए हैं.
लेकिन संसद से पहले सड़क से ही एक नई बहस शुरू हो चुकी है. विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के सीनियर नेता पी. चिदंबरम ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है, तो सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ऑपरेशन सिंदूर को लंका कांड बताकर अयोध्या कांड से जोड़ दिया है.
देश के गृह मंत्री रहे पी. चिदंबरम ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सवाल उठाया है, "क्या हमले में शामिल आतंकी वाकई पाकिस्तान से आए थे?
अभी दस दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दावा किया था कि पहलगाम के हमलावरों की पहचान कर ली गई है, और ये भी बताया था कि उनको भी ‘मिट्टी में मिला दिया जाएगा’.
लेकिन मनोज सिन्हा के बयान में चिदंबरम के सवाल का जवाब तो नहीं ही मिला है. पहलगाम के हमलावर घरेलू आतंकवाद की उपज थे, या सरहद पार से आये हुए - या फिर, कुछ स्थानीय और कुछ सरहद पार से आये हुए?
चिदंबरम का सवाल - कैसे पता वे पाकिस्तानी थे?
चिदंबरम के सवाल को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस सांसद इमरान मसूद भी पूछ रहे हैं, अगर आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे, तो हमारी सीमाएं कैसे सुरक्षित हैं? वे आए, वारदात को अंजाम दिया और चले गए… हम पूछेंगे कि क्या उन्हें एयरलिफ्ट किया गया और एयरड्रॉप किया गया… वे कहां से आए और कहां गए? हमें जानने का अधिकार है.
दिलचस्प बात ये है कि एक इंटरव्यू में पहलगाम के हमलावरों को लेकर सरकार से सवाल पूछने वाले कांग्रेस नेता चिदंबरम अपने बयान से भी पलट गये हैं. इंटरव्यू में चिदंबरम ने पूछा था, क्या हमले में शामिल आतंकी वाकई पाकिस्तान से आए थे? क्या ऐसे सबूत भी हैं?
यूपीए सरकार में गृम मंत्री रह चुके चिदंबरम ने NIA की जांच पड़ताल पर भी सवाल उठाया था. और, कांग्रेस नेता ने संभावना जताई थी कि हमले में घरेलू आतंकी (Home Grown Terrorists) भी तो हो सकते हैं!
हाल ही में दिल्ली के एक कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया था कि पहलगाम हमले के आतंकियों की पहचान हो चुकी है.
मनोज सिन्हा का कहना था, फिलहाल तारीख बताने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन ये कहूंगा कि उनकी जिंदगी बहुत लंबी नहीं होगी… उनका भी वही हश्र होगा, जो पहले के आतंकी कमांडरों का हुआ है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश दौरे पर भेजे गये सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहीं, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी पांच सवाल पूछे हैं. प्रियंका चतुर्वेदी ने हमलावरों, खुफिया चूक और NCERT की किताबों में शामिल किये जाने की खबर पर भी सवाल पूछा है.
खबर आई है कि NCERT की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर' पर एक खास मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है. सूत्रों के हवाले से आई खबर के मुताबिक, मॉड्यूल के दो पार्ट होंगे, जिसमें पहला, क्लास 3 से 8 तक - पहला कक्षा तीन से आठ तक के लिए तथा दूसरा कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए होगा.
पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर का लंका कांड
संसद के मॉनसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक के बाद किरेन रिजिजू ने ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में बहस के लिए सरकार के तैयार होने की बात कही थी, और बहस से ठीक पहले सोशल साइट X पर एक पोस्ट लिखी है, जो नया राजनीतिक बयान है. समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी संसद में चर्चा से पहले ऑपरेशन सिंदूर को व्यापक नजरिये से देखने की सलाह दी है.
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को लेकर अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में किरने रिजिजू ने अंग्रेजी और हिंदी में लिखा है, जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की, तो लंका जल गई… जब पाकिस्तान ने भारत द्वारा खींची गई लाल रेखा पार की, तो आतंकवादी शिविरों को आग का सामना करना पड़ा!
देखा जाये तो सवाल लंका दहन पर नहीं है, क्योंकि सब देख चुके हैं. ऑपरेशन सिंदूर में सरकार के कहने पर विपक्षी दलों के सांसद भी विदेश दौरे पर जाकर अलग अलग मुल्कों में पाकिस्तान के खिलाफ भारत का पक्ष रख चुके है - लेकिन, ये सवाल तो बचा हुआ है ही कि रावण के राक्षस कहां के थे, विभीषण कौन था?
ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीति किधर जा रही है
बीजेपी ने चिदंबरम के बयान पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है. बीजेपी नेता शोभा करंदलाजे ने पूछा है, कांग्रेस लगातार पाकिस्तान का बचाव क्यों करती है? जब भारत के सुरक्षाबलों पर सवाल उठते हैं, तब पाकिस्तान की भूमिका को नजरअंदाज क्यों किया जाता है? बीजेपी सांसद ने ये भी पूछा है, चिदंबरम को ISI पर ज्यादा भरोसा है या भारत की सुरक्षा एजेंसियों पर?
समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव का बयान बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का बचाव करता है. अखिलेश यादव का कहना है ऑपरेशन सिंदूर को अलग अलग पहलुओं से देखा जाना चाहिये. पहला, सशस्त्र बलों की बहादुरी और कामयाबी की तारीफ होनी चाहिए. दूसरा, बार-बार हो रहे आतंकी हमलों के लिए बीजेपी सरकार से जवाब मांगा जाना चाहिए.
अखिलेश यादव का ये भी दावा है, अगर सेना को मौका मिलता तो शायद PoK भी ले लिया होता… पहलगाम हमले से पहले एक और घटना हुई थी, जिसकी जानकारी जनता को अब तक नहीं दी गई है… पहलगाम के आतंकी कहां गए, सरकार को जवाब देना चाहिए.
बीएसपी नेता मायावती ने ऑपरेशन सिंदूर पर थोड़ी अलग लाइन ली है. मायावती ने केंद्र सरकार और विपक्ष दोनों को ऑपरेशन सिंदूर के मामले राजनीति से ऊपर उठने की सलाह दी है. मायावती ने अपनी X पोस्ट में कहा है, सरकार और विपक्ष को एक ठोस रणनीति के तहत मिलकर काम करना चाहिए, ताकि किसी भी महिला का सिंदूर न मिटने पाए… और किसी भी मां को अपना बेटा न खोना पड़े… यही समय की मांग भी है.