इस साल जगन्नाथ रथ यात्रा शुक्रवार यानि आज से शुरू हो गया है. उड़ीसा के पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाएगी. इसके लिए व्यापाक तौर पर इंतज़ाम किए गए हैं.
तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी के बावजूद, जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह और भक्ति अविचलित रहता है. थकान, भीड़भाड़ और पसीने के बीच जब किसी श्रद्धालु को एक गिलास ठंडा जूस या पवित्र जल प्रसाद के रूप में मिलता है, तो उसे अत्यधिक राहत मिलती है. भगवान जगन्नाथ के दर्शन के बाद, श्रद्धालु गहन आध्यात्मिक संतोष प्राप्त करते हैं, और प्रसाद केंद्र पर परोसे गए इस अल्पाहार से उन्हें अपनी यात्रा पूरी करने की शक्ति मिलती है.
26 जून से इस्कॉन और अडानी ग्रुप मिलकर इस यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को 30 लाख गिलास जूस और पवित्र प्रसाद वितरित किए जा रहे हैं. इसके अलावा, 20 से अधिक प्रकार के फल और दूध आधारित शेक भी वितरित किए जा रहे हैं. आज से लाखों तीर्थयात्रियों को दाल, चावल, सब्जियां, चपाती और मिठाइयों सहित प्रसादम परोसा जाएगा.
इस्कॉन ने इस सेवा के लिए व्यापक तैयारियां की हैं. सैकड़ों स्वयंसेवकों को नियुक्त किया गया है और वे पुरी पहुंच गए हैं. इस सेवा में कुल मिलाकर 20 से अधिक देशों और विभिन्न भारतीय राज्यों से इस्कॉन और अडानी के 5,000 से अधिक भक्त भाग ले रहे हैं. कई स्वयंसेवक तो इस सेवा में भाग लेने के लिए लगभग दो हफ्ते पहले ही पुरी पहुंच चुके हैं.
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रथ यात्रा के दौरान सुरक्षाकर्मियों और सरकारी अधिकारियों के लिए विशेष रूप से पैक किया हुआ प्रसादम भी तैयार किया गया है ताकि इस आयोजन को सुरक्षित व सुचारु रूप से संचालित किया जा सके. गुंडिचा मंदिर के पीछे सुषमा गार्डन में विशेष रसोई 24 घंटे संचालित होगी ताकि हर दिन लाखों तीर्थयात्रियों की सेवा की जा सके.

गौरतलब है कि इस शहर में 20 से ज्यादा जगहों पर प्रसादम और जूस वितरित किया जाएगा, ताकि लंबी कतार में लगे प्रत्येक श्रद्धालु को व्यवस्थित रूप से सेवा मिल सके.
अतीत में भी इस्कॉन और अडानी ग्रुप ने मिलकर प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेला 2025 में लाखों श्रद्धालुओं के लिए विशेष रसोई की व्यवस्था कर महा-प्रसादम वितरित किया था.