जिस सोनम को घर की बहू नहीं, बेटी मान लिया गया था. जिसने शादी के कुछ ही दिनों बाद परिवार का विश्वास जीत लिया था. उसी सोनम ने ऐसा कदम उठाया कि इस समय पूरा रघुवंशी परिवार बदहवास है.सोनम की दोनों जेठानियों ने वो तमाम बातें बताई जो यह बताने के लिए काफी है कि इसकी प्लानिंग सोनम ने पहले से कर रखी थी.
हनीमून पर जाने का प्लान तो था, लेकिन आखिरी वक्त पर सब कुछ बदल गया.टिकट से लेकर जगह और तारीख तक सब कुछ सोनम ने अपने हिसाब से एकाएक तय किया.राजा को इस बात की भनक भी दो दिन पहले लगी कि शिलांग जाना है. दोनों हनीमून पर अलग-अलग निकले. सोनम अपने घर से गई तो राजा अपने घर से निकला.
सोनम की बड़ी जेठानी, विपिन रघुवंशी की पत्नी बताती हैं कि सोनम ने ऐन मौके पर हनीमून प्लान बदला.शादी के बाद सोनम सिर्फ चार दिन ससुराल में रही.15 मई को विदाई हुई, और 19 मई तक घर में रही.20 मई को वह मायके से शिलांग चली गई.जेठानी के मुताबिक, वो खुद हनीमून अपने घर से गई थी, राजा अलग से अपने घर से निकला.जेठ का महीना चल रहा था, इसलिए ससुराल में ठहराव नहीं हुआ.प्लान था कि अमावस्या के बाद लेकर आते और फिर घूमने जाते, लेकिन सोनम ने अचानक हनीमून की योजना बदल दी.
टिकट, तारीख और जगह... सब कुछ सोनम ने ही तय किया
परिवार का दावा है कि हनीमून का सारा प्लान सोनम ने खुद बनाया.टिकट उसने करवाई, जगह उसने चुनी, तारीख उसने तय की,और राजा को इसकी जानकारी आखिरी दो दिन में ही दी गई.राजा को रविवार की सुबह तक नहीं पता था कि वो हनीमून पर शिलांग जा रहे हैं.रविवार की शाम को सोनम ने बताया कि मंगलवार को निकलना है.सोमवार को दोनों ने साथ में शॉपिंग भी की.इसके बाद मंगलवार को दोनों शिलांग रवाना हो गए.परिवार को यह भी जानकारी है कि सोने की चेन और अंगूठी भी सोनम के कहने पर ही साथ ली गई.सोनम ने खुद फोन करकहा कि सोने की चेन और अंगूठी पहनकर आना.
अगर प्रेमी के साथ चली जाती, तब भी एतराज नहीं होता
राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी की पत्नी बताती हैं कि जब हमने सुना कि सोनम ने इस तरह की साजिश रची है, तो हमारे हाथ-पांव ठंडे पड़ गए.हमने तो उसे बेटी की तरह अपनाया था.अगर उसे प्रेमी से ही शादी करनी थी, या उसके साथ ही जाना था, तो हम मना नहीं करते.हम लोग उसके घर भी मिलने गए थे.दोनों का रिश्ता घरवालों की मर्जी से हुआ था.हमारे घर में सब ठीक चल रहा था. छोटी जेठानी कहती हैं कि बड़ी चेन थी, मोटी अंगूठी थी.राजा ने रास्ते से मां को बताया था कि सोनम के कहने पर वो इन सामान को लेकर गया हूं. अब ये सब सुनकर हमें शक होता है कि शायद ये सब उसी योजना का हिस्सा था.
सिर्फ मम्मी से बात करती थी, बाकी परिवार से दूरी बनाए रखती थी
सोनम की छोटी भाभी बताती हैं कि सोनम घर में मेरे से ज्यादा बात नहीं करती थी, सिर्फ अपनी सास यानी राजा की मां से बात करती थी.हमसे खास बातचीत नहीं करती थी.वो शांत रहती थी, लेकिन व्यवहार से कभी ऐसा नहीं लगा कि वो इस तरह का कदम उठा सकती है.बड़ी भाभी ने कहा कि अगर वो इसमें शामिल हैं, तो उसे भी कड़ी सजा मिलनी चाहिए.वो किसी मासूम सी लड़की का मुखौटा पहनकर आई थी, लेकिन अंदर से बहुत कुछ और थी.
सुनसान जगह, शॉर्टकट रास्ता और धोखे का जाल
परिवार के मुताबिक, जब राजा और सोनम शिलांग पहुंचे, तो उसने राजा को एक सुनसान जगह ले जाने का प्लान बनाया.राजा की मां से फोन पर बातचीत में खुद राजा ने बताया था कि सोनम कह रही है कि ये रास्ता शॉर्टकट है, जल्दी पहुंच जाएंगे.अब जब हत्याकांड की परतें खुल रही हैं, तो परिवार को लग रहा है कि वह शॉर्टकट रास्ता, राजा को जानबूझकर उस जगह पर ले जाने के लिए चुना गया था जहां हत्या को अंजाम देना था.