मध्य प्रदेश के स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने मुरैना जिले में घेराबंदी कर 3 तस्करों से अत्यंत दुर्लभ प्रजाति के 30 घड़ियाल के बच्चे और 36 बटागुर कछुए जब्त किए हैं. भोपाल और शिवपुरी की क्षेत्रीय इकाइयों के साथ कार्रवाई करते हुए सबलगढ़-मुरैना मार्ग पर जौरा शहर थाने के पास इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-जीव) की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, फोर्स ने वाहन रोककर तलाशी ली, जिसमें सवार तीन व्यक्ति विजय पुत्र शशिकांत गोंड (निवासी थाटीपुर, ग्वालियर), राजू आदिवासी पुत्र जगदीश (निवासी मऊरानीपुर, जिला झांसी) और रामवीर सिंह पुत्र शिव सिंह (निवासी सूर्य बिहार कॉलोनी, ग्वालियर) के पास से 30 घड़ियाल के बच्चे और 14 बटागुर कछुए जब्त किए गए.
स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने पूछताछ के बाद आरोपी विजय गोंड के ग्वालियर स्थित निवास से 22 अतिरिक्त बटागुर कछुए जब्त किए. इन आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है.
तीनों आरोपियों को शिवपुरी न्यायालय में पेश कर वन रिमांड पर लिया जाएगा. पूछताछ में पता चला कि ये जलीय जीव कोलकाता के रास्ते बांग्लादेश भेजे जा रहे थे. इन आरोपियों पर पहले भी इस तरह के मामले दर्ज हैं, जिनमें उन्हें सजा हो चुकी है.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-जीव) ने बताया कि ये जलीय जीव मुख्यतः ग्वालियर की चंबल नदी में पाए जाते हैं और अत्यंत दुर्लभ प्रजाति के हैं. केंद्र और प्रदेश सरकार इनके संरक्षण के लिए प्रयासरत हैं. इन संकटग्रस्त प्रजातियों का जलीय पारिस्थितिकी में महत्वपूर्ण योगदान है. पश्चिमी यूरोपीय देशों सहित अन्य देशों में इनकी भारी मांग के कारण इनकी तस्करी की जाती है.