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Dog Bite Case: खाना देना भूला तो 'रॉट विलर' ने नोच डाला अपने मालिक का मांस, शरीर में दिए 60 से ज्यादा घाव

Dog Bite Case: 63 साल के तेजेंद्र घोरपडे खाना लेकर पहुंचे, तभी उनका पालतू डॉग हिंसक हो गया और उसने अपने ही मालिक पर हमला बोल दिया. डॉग ने तेजेंद्र को जगह-जगह काटना और अपने दांतों से मांस खींचना शुरू कर दिया.

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रॉट विलर डॉग के हमले में घायल बुजुर्ग.
रॉट विलर डॉग के हमले में घायल बुजुर्ग.

Dog Bite Case: जिस डॉग को अपने घर की रखवाली करने के लिए मालिक लेकर आया था, उसी पालतू ने मालिक के शरीर को 60 से ज्यादा घाव दे दिए. पालतू डॉग मालिक के हाथ और पैरों से मांस नोचता रहा और बेबस बुजुर्ग मालिक अपनी जान बचाने के लिए छूटने की कोशिश करता रहा. गनीमत यह रही कि बुजुर्ग के बेटे ने यह सब होते देख लिया और हिंसक हो चुके डॉग को जैसे तैसे काबू में करके अपने पिता की जान बचाई. दिल दहला देने वाला यह मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर का है. 

दरअसल, रॉक्सी पुल निवासी तेजेंद्र घोरपडे के घर में उन्होंने रॉट विलर नस्ल का डॉग पालकर रखा है. 63 साल के तेजेंद्र घोरपड़े ने सोचा था कि पालतू डॉग घर की सुरक्षा में सहयोग करेगा, लेकिन यही डॉग तेजेंद्र घोरपड़े के लिए घातक साबित हो गया. 

खाना लेकर पहुंचे तो कर दिया हमला 

हुआ यूं कि सोमवार को तेजेंद्र घोरपड़े अपने पालतू डॉग को दिन के वक्त खाना देना भूल गए. रात को सोते वक्त उन्हें इस बात का ख्याल आया कि उन्होंने आज अपने पालतू डॉग को खाना नहीं दिया है. तकरीबन 12:00 बजे तेजेंद्र घोरपडे अपने पालतू डॉग के लिए खाना लेकर पहुंचे, तभीडॉग हिंसक हो गया और उसने अपने ही मालिक पर हमला बोल दिया.

पैर और हाथों का मांस नोचने लगा कुत्ता 

डॉग ने तेजेंद्र को जगह-जगह काटना और अपने दांतों से मांस खींचना शुरू कर दिया. तेजेंद्र पालतू डॉग के हमले से भयभीत हो गए. उनका ही पालतू डॉग उनके पैर और हाथों का मांस अपने दांतों से नोच रहा था और तेजेंद्र अपने ही पालतू डॉग से अपनी जान छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे. 

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बेटे ने बचाई जान 

तेजेंद्र घोरपडे की चिल्लाने की आवाज सुनकर उनका बेटा अमित मौके पर पहुंचा, तो उसने देखा कि उनके पिता की जान खतरे में है. इसके बाद अमित ने डॉग के गले के पट्टे को पकड़ कर उसे काबू में किया, लेकिन तब तक तेजेंद्र घोरपडे के शरीर पर 60 से ज्यादा गहरे घाव हो चुके थे. लहूलुहान पिता को लेकर अमित तुरंत जयारोग्य अस्पताल पहुंचा, जहां सर्जिकल वार्ड में तेजेंद्र घोरपडे को उपचार के लिए एडमिट किया गया है. 

संभावना जताई जा रही है कि भूख की वजह से रोट विलर नस्ल का यह डॉग इतना हिंसक हो गया कि वह अपने मालिक पर ही हमला कर बैठा. यह घटना उन लोगों के लिए एक संदेश है जो हिंसक नस्ल के डॉग को अपने घर में पालतू बना लेते हैं और फिर उनके साथ इस तरह की दुर्घटना हो जाती है. 

पिट बुल के बाद रॉट विलर ऐसा दूसरा हिंसक नस्ल का डॉग है, जो अपने मालिक तक पर हमला कर देता है, इसलिए जरूरत है कि लोगों को इस तरह के हिंसक डॉग पालने से पहले कई बार सोचना चाहिए, नहीं तो उनका हाल भी तेजेंद्र घोरपड़े जैसा हो सकता है.

हिंसक नस्ल का डॉग है रॉट विलर 

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सीनियर एनिमल डॉक्टर विनोद व्यास ने aajtak को फोन पर हुई बातचीत में बताया, डॉग काफी देर तक भूखा रहा होगा इसलिए वह स्ट्रेस में चला गया होगा और यही वजह है कि उसने अपने मालिक पर अटैक कर दिया. रॉट विलर नस्ल एग्रेसिव नस्ल होती है. इस तरह के डॉग्स को समय पर भोजन दिया जाना चाहिए. भोजन देने से पहले सभी तैयारियां कर लेना चाहिए. इसके बाद भोजन वाले स्थल पर डॉग को लेकर जाना चाहिए और सही समय पर उसे भोजन करना चाहिए जिसके बाद डॉग इस तरीके के हमले नहीं करते हैं.

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