मध्य प्रदेश में बड़वानी जिले के अंजद में एक अनोखी घटना देखने को मिली. यहां सड़क हादसे के बाद 108 एंबुलेंस देरी से मौके पर पहुंची थी. इस दौरान लोगों ने चालक और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (EMT) को फूलों से लादकर और नारियल भेंट करके विरोध जताया.
एजेंसी के अनुसार, यह अनोखा विरोध जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर अंजद शहर में हुआ. हेल्थ डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी ने माना कि बड़वानी में 108 इमरजेंसी रिस्पॉन्स हेल्पलाइन के तहत चलने वाली 38 एंबुलेंस में से एक दर्जन सर्विस में नहीं हैं.
इस मामले के चश्मदीदों ने कहा कि 108 सर्विस की एंबुलेंस एक्सीडेंट के करीब एक घंटे बाद दो बाइक की टक्कर में घायल लोगों को लेने पहुंची. स्थानीय निवासी गिरीश चौहान का कहना था कि बड़वानी रोड पर दो बाइकों की टक्कर में पांच लोग घायल हो गए थे.
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दो गंभीर रूप से घायल लोगों को प्राइवेट गाड़ियों से जिला अस्पताल ले जाया गया, जबकि 108 सर्विस की एंबुलेंस बाकी तीन लोगों को लेने के लिए देर से आई. हमने एंबुलेंस ड्राइवर और EMT (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) को फूलों की माला पहनाई और देरी के लिए उन्हें नारियल दिए.
अंजड़ में 108 एंबुलेंस सर्विस लगभग दो महीने से बंद है. शायद हमारे विरोध से स्थिति सुधरेगी. 108 सर्विस के बड़वानी डिस्ट्रिक्ट मैनेजर कमलेश चौहान ने कहा कि अंजड़ की एंबुलेंस 'पंचक्रोशी यात्रा' के लिए दो दिनों के लिए तैनात की गई हैं, यह एक तीर्थयात्रा है, जिसमें लाखों शिव भक्त आते हैं. उन्होंने कहा कि दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर से एक एंबुलेंस अंजड़ भेजी गई थी.
चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर (CMHO) डॉ. सुरेखा जामरे ने कहा कि जिले में 38 एंबुलेंस में से 12 सर्विस में नहीं हैं. इन्हें मैनेज करने वाले लोगों पर लापरवाही के लिए जुर्माना लगाया गया है. सर्विस देने में लापरवाही बरतने वालों पर आगे भी जुर्माना लगाया जाएगा.