मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के एक बयान पर सियासी विवाद खड़ा हो गया है. पंचायत सचिवों और सहायकों पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री की भाषा को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कड़ा विरोध जताया है और तत्काल माफी की मांग की है. CM यादव ने अपने भाषण में कह दिया कि ग्राम पंचायत सचिव और सहायक सचिवों की औकात क्या है, सबको निपटा देंगे.
दरअसल, राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में मंगलवार को आयोजित सरपंच संयुक्त मोर्चा सम्मेलन को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबोधित किया. इस दौरान सीएम यादव ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायतराज व्यवस्था में सरपंचों के पास पर्याप्त शक्तियां हैं और वे अपनी पंचायत को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं. पंचायतों को 25 लाख रुपए तक के कार्य करने का अधिकार दिया जा रहा है.
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को विकास कार्यों के लिए 50-50 हजार रुपए की राशि ट्रांसफर किए जाने की घोषणा की.
सीएम ने सख्त लहजे में कहा कि अगर सचिव काम नहीं करेगा तो, "साले को हटा देंगे... इनकी औकात क्या, दिक्कत आएगी तो ठीक करेंगे." देखें Video:-
मुख्यमंत्री ने बताया कि पंचायत प्रतिनिधियों की एक बड़ी कॉन्फ्रेंस आगामी 24 से 26 नवंबर को भोपाल में होने वाली है.
कांग्रेस ने CM को घेरा
मुख्यमंत्री की विवादित टिप्पणी पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने तुरंत पलटवार किया और इसे जनता का सीधा अपमान बताया. पटवारी ने कहा, "सरपंचों के कार्यक्रम में तालियां बटोरने के लिए पंचायत सचिवों और सहायकों को गाली देना बेहद अनुचित है."
कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री पर ग्राम स्वराज की भावना के विपरीत सभी अधिकार अपने पास केंद्रित करने का आरोप लगाया और कहा कि सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य अब केवल नाम के रह गए हैं.
पटवारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को सहायक सचिव और सचिवों से तुरंत माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री ऐसा नहीं करते हैं तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी.