scorecardresearch
 

रक्षक या भक्षक? MP पुलिस के एक हफ्ते में 4 काले कारनामे- कहीं डकैती, कहीं हत्या, कहीं मालखाने में खेल तो कहीं PHQ में ही घपला

MP अजब है, सच में गजब है... यह बात इसलिए साबित होती है क्योंकि यहां रक्षक कहलाने वाली पुलिस खुलेआम भक्षक बन अपराधी की तरह नजर आ रही है. बीते दो हफ्तों में पुलिस की वर्दी को कलंकित करने वाले चार मामले सामने आए हैं. कहीं पुलिसकर्मी दुर्दांत अपराधी की तरह आम व्यक्ति की हत्या करते नजर आते हैं, तो कहीं हवाला व्यापारियों के करोड़ों रुपए बेखौफ होकर पुलिसकर्मी खुद डकार कर जाते हैं.

Advertisement
X
MP पुलिस पर लगे दाग ही दाग.(Photo:ITG)
MP पुलिस पर लगे दाग ही दाग.(Photo:ITG)

पुलिस को जनता का 'रक्षक' कहा जाता है लेकिन मध्य प्रदेश में पुलिस कई मामलों में 'भक्षक' का रोल करते नजर आ रही है. सिवनी में पुलिस ने हवाला व्यापारी के 3 करोड़ रुपए पर डाका डाल दिया, तो बालाघाट में पुलिसकर्मी ने मालखाने से 55 लाख रुपए गायब कर दिए, वहीं, भोपाल में पुलिसकर्मियों ने एक युवक की बेरहमी में से पीट-पीटकर हत्या कर दी. पिछले एक हफ्ते में इन चार मामलों ने पुलिस की छवि पर गहरा दाग छोड़ दिया है.
 
पहला केस: भोपाल में पुलिस की पिटाई से छात्र की मौत
पहले तस्वीर भोपाल की है जहां सीसीटीवी फुटेज में पुलिस का हैवान चेहरा दिखा, जब पुलिसकर्मी बेदर्दी से युवक को मारते नजर आए. गुनाह सिर्फ इतना इंजीनियरिंग का छात्र अपने दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा था. नतीजे में उसे 26 घातक चोटों के साथ मौत मिली. बेरहम पिटाई का वायरल वीडियो सामने आया तो देश सन्न हो गया. सीएम मोहन यादव के निर्देश पर दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हुई. देखें VIDEO:- 

दूसरा केस: CSP पूजा पांडे सहित 11 ने की डकैती
दूसरी तस्वीर सिवनी की है जहां पुलिस के आला अधिकारी फिल्मी 'डकैत' बन हवाला व्यापारी की अवैध 2.96 करोड रुपए बेख़ौफ़ होकर डकारते नजर आए, सिवनी पुलिस की SDOP पूजा पांडेय सूचना के आधार पर 8 से 9 अक्टूबर की रात नागपुर से जबलपुर ले जाए जा रहे हवाला के 2.96 करोड़ पकड़ने अपने 11 साथियों के साथ पहुंची थी, रकम ज्यादा दिखी तो लालच आ गया पूरे पैसे डकार लिए.

अगले दिन खबर फैली तो 10 अक्टूबर को 1.45 करोड रुपए की जब्ती दिखा दी. मामला इतना फैला की खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गिरफ्तारी के आदेश दिए और कहा मध्य प्रदेश में कर्मचारी अधिकारी नागरिक सब बराबर है सभी पर सामान कार्रवाई होगी. यह भी पढ़ें: इंटरनेट सनसनी बनीं MP की दो लेडी CSP... सिवनी की पूजा पांडेय को जेल, ग्वालियर की हिना खान ने 'जय श्री राम' बोल निकाली आंदोलन की हवा

Advertisement

तीसरा केस: मालखाने से ₹55 लाख गायब 
तीसरी घटना ने पुलिस को 'चोर' बनते दिखाया. बालाघाट में जप्त सामानों के लिए बनाए जाने वाले थानों के अंदर के माल खाने में से ही ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी ने जब्त कर रखे गए 55 लाख रुपए और जेवर गायब कर दिए. सामने आया कि माल खाने का इंचार्ज राजीव पन्द्रे जुआ खेलने का आदी था. लाखों रुपए हारने के बाद ठगी के मामले में जब्त 55 लाख रुपए निकाल कर जुए में हार गया. मामला तब सामने आया जब फरियादी महिला कोर्ट से आदेश लेकर थाने में अपने रुपए लेने पहुंची तो मालूम चला सब गायब है. नतीजे में पुलिसकर्मि को गिरफ्तार कर लिया गया है.

चौथा केस: PHQ में ₹15 लाख का फर्जी बिल घपला
वहीं, चौथा मामला 'दीया तले अंधेरा' की कहावत को सही साबित करता है. पूरे मध्य प्रदेश की पुलिस का मुख्यालय कहे जाने वाले पुलिस हेडक्वार्टर में ही तीन पुलिस कर्मियों ने ऐसे फ्रॉड को अंजाम दिया कि पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस हेडक्वार्टर के मेडिकल शाखा के तीन कर्मचारी ASI हर्ष वानखेडे, सूबेदार नीरज कुमार और हेड कांस्टेबल राजपाल ठाकुर ने PTRI यानी पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के 25 पुलिस कर्मियों के फर्जी मेडिकल बिल पास कर तकरीबन 15 लाख रुपए की रकम अपने पास रख ली. मामला सामने आने के बाद पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है फिलहाल तीनों फरार बताए जा रहे हैं.

Advertisement

कांग्रेस ने सरकार को घेरा
कानून व्यवस्था को लेकर मध्य प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ी करने वाली कांग्रेस भी पुलिसकर्मियों की इन करतूत के चलते सामने आई प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने सरकार पर निशाना साधा.

कहा कि यह हैरानी की बात है कि जिस पुलिस विभाग के मंत्री खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव हैं, वहीं की पुलिस कहीं डकैती डाल रही है, कहीं जुआ खेल रही है और कहीं मर्डर कर रही है. और विपक्षी दल ने पूछा कि ऐसे में जनता की रक्षा कौन करेगा?

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement