मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी पर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में धांधली के आरोप लगाए हैं, जिसे लेकर बवाल मच गया है. कांग्रेस का आरोप है कि योजना प्रदेश के गरीब लोगों को तीर्थ यात्रा पर ले जाने के लिए है और बीजेपी इसमें धांधली कर रही है.
पूर्व मध्य प्रदेश मंत्री और कांग्रेस के राजगढ़ जिला अध्यक्ष प्रियव्रत सिंह का आरोप है कि खिलचीपुर के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक हजारीलाल दांगी के दोनों पत्नियों का नाम मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल है. हालांकि, विधायक दांगी ने आरोपों को ख़ारिज करते हुए सफ़ाई दी है.
जिला प्रशासन की ओर से इस मामले में सफ़ाई आई है. प्रशासन का कहना है कि इस यात्रा के लिए कई आवेदन आए थे.
प्रियव्रत सिंह ने लिस्ट जारी करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक दांगी की दो पत्नियों - ज्योत्सना दांगी (62) और सरदार बाई दांगी (74) के नाम इस यात्रा में शामिल हैं.
कांग्रेस नेता का कहना है कि यह योजना ग़रीब लोगों के लिए बनाई गई, अब विधायक के पत्नियों का नाम इसमें शामिल होने से योजना की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है. उन्होंने कहा, शायद प्रशासन की नज़र में ये लोग सबसे ग़रीब हैं. मजेदार बात यह है कि ये लोग पहले भी यात्रा कर चुके हैं.
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वहीं, बीजेपी विधायक की ओर से सफ़ाई में कहा गया कि उन्होंने पत्नियों का नाम इस योजना के लिए आवेदन नहीं किया. मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. मैं अपने पत्नियों को इस यात्रा पर नहीं भेज रहा.
राजगढ़ के अतिरिक्त कलेक्टर वीरेंद्र डांगी, जिनके पास इस यात्रा की कमान है, उन्होंने कहा कि इस यात्रा के लिए कई सारे आवेदन आए थे और तीर्थयात्रियों का चयन निर्धारित प्रक्रिया के तहत ही किया गया.
अब इसे लेकर मध्य प्रदेश में बवाल मचा हुआ है. आरोप-प्रत्यारोप से साफ है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को लेकर राजनीतिक तापमान बढ़ गया है. इस मामले की जांच और पारदर्शिता की जरूरी मांग उठ रही है ताकि गरीबों तक यह लाभ सच्चाई से पहुंचे और योजना भ्रष्टाचार मुक्त साबित हो.
इनपुट: पीटीआई