मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 12वीं पास कर कॉलेज जाने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए देने का ऐलान किया है. यह राशि दो किश्तों में मिलेगी. एडमिशन लेने पर साढ़े 12 हजार और पढ़ाई करने पर इतनी ही राशि की दूसरी किश्त मिलेगी. लाड़ली लक्ष्मी 2.0 योजना के तहत यह घोषणा की गई है.
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर लक्ष्मी योजना 2.0 लॉन्च करते हुए सीएम शिवराज ने ऐलान किया कि प्रदेश में अब हर साल 2 से 12 मई तक लाड़ली लक्ष्मी उत्सव मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना को मैंने शिक्षा से जोड़ दिया था, जिससे बेटियां लखपति भी बनें और पढ़ाई भी पूरी कर सकें. अब योजना के दूसरे फेज में और भी नई सौगातें जोड़कर शुरू कर रहा हूं. आज 42 लाख 14 हजार लाडली लक्ष्मी बेटियां मध्य प्रदेश में हो गई हैं.
लाड़ली लक्ष्मी पंचायत घोषित करने का ऐलान
सीएम शिवराज ने ऐलान किया कि जिन ग्राम पंचायतों में एक भी बाल विवाह नहीं होगा, लाड़ली बालिकाओं का शत-प्रतिशत प्रवेश होगा, सभी का टीकाकरण होगा, कोई लाड़ली कुपोषित नहीं होगी और कोई भी बालिका अपराध नहीं होगा, ऐसी पंचायतों को लाड़ली लक्ष्मी पंचायत घोषित किया जाएगा.
लाड़ली लक्ष्मी ई-संवाद मोबाइल ऐप भी बनाया
प्रदेश भर से कार्यक्रम में आईं बेटियों को संबोधित करते हुए CM शिवराज ने आगे कहा, लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 लॉन्च करने के लिए मैंने अपनी बेटियों को बुलाया है. बेटियों मैंने इसके साथ हमने एक ऐप बनाया है 'लाड़ली लक्ष्मी ई-संवाद.' जब जरूरत पड़ेगी, इस ऐप के माध्यम से आप मामा से बात कर पाओगी संवाद कर पाओगी.
कमलनाथ ने बताया, इवेंट प्रेमी सरकार
एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम शिवराज के इस इवेंट पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि NCRB के जारी आंकड़ों के मुताबिक, मध्यप्रदेश बाल अपराधों और मासूमों के साथ दुष्कर्म में देश में अव्वल है. आंकड़ों के मुताबिक, बच्चों की की दृष्टि से प्रदेश को सबसे असुरक्षित राज्य माना गया है. लेकिन इसके बाद भी शिवराज सरकार यदि उत्सव मनाती है तो यह उत्सव समझ से परे है और इस उत्सव पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं…? आज आवश्यकता है सबसे पहले बहन-बेटियों को सुरक्षा व सम्मान देने की. लेकिन इवेंट प्रेमी सरकार को तो सिर्फ इवेंट कर जनता को गुमराह करना है, उन्हें बहन-बेटियों की सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है.