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'मेरे खिलाफ बड़ी साजिश, सभी डिग्री असली हैं,' दमोह के डॉक्टर 'डेथ' N John Camm ने दी सफाई

MP Fake Cardiologist Case: दमोह फर्जी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ ​​एन जॉन कैम ने कहा, "मेरे खिलाफ एक बड़ी साजिश रची गई है. मेरे दस्तावेज (डिग्रियां) असली हैं, जो आपको जांच पूरी होने के बाद पता चलेगा. थोड़ा इंतजार करें."

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नरेंद्र यादव उर्फ ​​एन जॉन कैम. (फाइल फोटो)
नरेंद्र यादव उर्फ ​​एन जॉन कैम. (फाइल फोटो)

MP News: दमोह के एक अस्पताल में 7 मरीजों की मौत के लिए जिम्मेदार 'फर्जी' हृदय रोग विशेषज्ञ नरेंद्र यादव उर्फ ​​एन जॉन कैम ने कहा कि वह एक 'बड़ी साजिश' का शिकार हुआ है. आरोपी ने दावा किया कि उसकी डिग्रियां असली हैं. उसने यह बयान स्थानीय अदालत के बाहर अपनी पुलिस रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद मीडियाकर्मियों के सामने दिया. पुलिस रिमांड की अवधि एक दिन के लिए बढ़ा दी गई है.

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नरेंद्र यादव उर्फ ​​एन जॉन कैम ने कहा, "मेरे खिलाफ एक बड़ी साजिश रची गई है. मेरे दस्तावेज (डिग्रियां) असली हैं, जो आपको जांच पूरी होने के बाद पता चलेगा. थोड़ा इंतजार करें."

जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अपनी MBBS डिग्री को छोड़कर यादव ने अपनी स्नातकोत्तर डिग्री और अन्य दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करके दावा किया था कि वह प्रशिक्षित हृदय रोग विशेषज्ञ है. अब 7 अप्रैल को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए गए यादव को शुक्रवार को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा.

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) को शिकायत मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि मिशन अस्पताल, दमोह में सात लोगों की मौत हो गई थी, जहां उन्होंने हृदय रोगों के इलाज के नाम पर मरीजों का ऑपरेशन किया था. 

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आरोपी यादव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 315 (4), 338, 336 (3), 340 (2) और 3 (5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रिया सिंह ने यादव की पुलिस रिमांड एक दिन के लिए बढ़ा दी. उनके वकील सचिन नायक ने अभियोजन पक्ष की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि प्रयागराज में गिरफ्तारी के बाद उनका मुवक्किल 7 अप्रैल से पुलिस हिरासत में है. वकील ने कहा कि उनका मुवक्किल जमानत के लिए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा.

उधर, इंदौर स्थित एक रोजगार परामर्श फर्म के निदेशक ने पिछले सप्ताह कहा था कि यादव ने 2020 से 2024 के बीच नौकरी के लिए तीन बार अपना बायोडाटा भेजा था और दावा किया था कि उन्होंने हजारों मरीजों का ऑपरेशन किया है.

साल 2024 में अपनी फर्म को भेजे गए 9 पन्नों के बायोडाटा में कैम ने खुद को वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ बताया था और अपना स्थायी पता ब्रिटेन के बर्मिंघम में बताया था. निदेशक ने कहा कि बायोडाटा में उन्होंने यह भी उल्लेख किया था कि वे हजारों हृदय रोगियों के ऑपरेशन में शामिल रहे हैं, जिनमें 'कोरोनरी एंजियोग्राफी' के लिए 18 हजार 740 और 'कोरोनरी एंजियोप्लास्टी' के लिए 14 हजार 236 ऑपरेशन शामिल हैं.

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