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द्वापर जैसा कलियुग में भी...कारागार में बंद थे भगवान कृष्ण, भक्तों ने निकाला बाहर, जयकारे लगाते ले गए मंदिर

द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण का जन्म कारागार में हुआ था. मगर कलियुग में भी पुलिस कारागार में बंद भगवान श्रीकृष्ण को भक्तों ने बाहर निकाला और जयकारों के साथ मंदिर में स्थापित किया. मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले का यह पूरा मामला है.

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थाने से मूर्ति को मंदिर ले जाते भक्तजन.
थाने से मूर्ति को मंदिर ले जाते भक्तजन.

द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा स्थित कारागार में हुआ था. ऐसा ही संयोग कलियुग में भी यानी आज जन्माष्टमी पर मध्य प्रदेश के शाजापुर में भी देखने को मिला.

दरअसल, शहर के मंगलनाथ मंदिर में 8 दिन पहले भगवान श्रीकृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति चोरी हो गई थी. जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया. चोरी करने वाले को भी गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति शाजापुर थाने के कारागार में रखी हुई थी. देखें Video:- 

आज जन्माष्टमी के अवसर पर मंगलनाथ मंदिर के भक्तजनों ने भगवान श्रीकृष्ण को पुलिस के कारागार याने मालखाने से मुक्त कराया और जयकारे लगाते हुए वापस भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को उनके स्थान पर विराजित किया. 

थाने पर पुलिस ने मूर्ति वापस करने से पहले भक्तों के साथ कागजी खानापूर्ति की. इसके बाद भक्तों ने थाना परिसर में ही मूर्ति का पूजन किया. फिर मंदिर में विधि-विधान से अभिषेक इत्यादि कर मूर्ति की स्थापना की गई. शाम को मंदिर में भव्य आयोजन किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.

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इस खुशी में मंगलनाथ मंदिर के भक्त अशोक पाटीदार ने कहा कि आज जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण को पुलिस के कारागार से मुक्त कराया. ये बड़े सौभाग्य का दिन है कि आज जन्माष्टमी पर द्वापर युग की याद आ गई.

थाना प्रभारी ने कहा कि पिछले दिनों मंदिर से मूर्ति चोरी हुई थी. पुलिस ने मूर्ति को कुछ ही दिनों में चोर से बरामद कर लिया. अब कागजी खानापूर्ति के बाद वापस भक्तों को सौंप दी गई है. देखें Video:-

 

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