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BSP उम्मीदवार का हार्ट अटैक से निधन, MP की इस लोकसभा सीट पर टल गया चुनाव

मध्य प्रदेश के बैतूल के बसपा प्रत्याशी अशोक भलावी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. इसकी वजह से चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है. कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने निर्वाचन आयोग को इस संबंध में सूचना भेज दी है. इस सीट पर अब नए सिरे से चुनाव तारीख का ऐलान किया जाएगा.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
प्रतीकात्मक तस्वीर.

मध्य प्रदेश के बैतूल के बसपा प्रत्याशी अशोक भलावी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि दोपहर में उनके सीने में तेज दर्द उठा था. इसके बाद परिजन अशोक भलावी को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले गए. वहां, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सोहागपुर गांव के रहने वाले अशोक भलावी सब्जी व्यापारी थे.

बुधवार को उनका अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम में होगा. इसकी वजह से बैतूल की सीट पर चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है. बताते चलें कि 50 साल के अशोक भलावी महज पांचवीं कक्षा तक पढ़े थे. उनके चार बेटे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. हालांकि, इसके पहले वह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ चुके थे.   

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कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने निर्वाचन आयोग को अशोक भलावी के निधन के संबंध में सूचना भेज दी है. आजतक से बात करते हुए एमपी के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि 'बसपा प्रत्याशी के निधन के बाद बैतूल सीट पर चुनाव की प्रक्रिया अब नए सिरे से होगी. इस सीट पर बसपा की तरफ से नए उम्मीदवार का नाम दिए जाने के बाद प्रक्रिया की जाएगी.

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सफेद गमछे में नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे अशोक भलावी.

बैतूल में 26 अप्रैल को होनी थी वोटिंग

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल बैतूल लोकसभा सीट का चुनाव अब आगे बढे़गा. घटना की जानकारी चुनाव आयोग को भेज दी गई है. इसके बाद चुनाव आयोग यहां नामांकन और वोटिंग के लिए नई तारीख का ऐलान करेगा. आपको बता दें कि बैतूल में 26 अप्रैल को दूसरे चरण के तहत वोटिंग होनी थी, जो अब बाद में होगी. 

बताते चलें कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 52 के तहत यदि किसी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के प्रत्याशी का नामांकन के बाद या मतदान से पहले निधन हो जाता है, तो उस सीट पर वोटिंग स्थगित कर दी जाती है. इसके बाद चुनाव आयोग की तरफ से उस सीट के लिए बाद में चुनाव की तारीख की घोषणा की जाती है.

मध्य प्रदेश में 4 चरणों में हो रहा चुनाव

मध्य प्रदेश की 29 सीटों के लिए 4 चरणों में वोटिंग होनी है, जिसमें पहले चरण में 19 अप्रैल को सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में वोटिंग होगी. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल में मतदान होगा.

इसके बाद तीसरे चरण में 7 मई को मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ में वोटिंग होगी. वहीं, चौथे चरण में 13 मई को देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा में वोटिंग होगी. बता दें कि लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है.

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इस बार 5.63 करोड़ वोटर करेंगे मतदान

मध्यप्रदेश में इस बार 5 करोड़ 63 लाख 40 हजार 64 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इससे पहले 2023 के विधानसभा चुनाव में 5 करोड़ 60 लाख मतदाता थे. लेकिन 4 महीने में 3 लाख वोटर्स बढ़ चुके हैं. कुल वोटर्स में पुरुषों की संख्या 2 करोड़ 89 लाख 51 हजार 705 है. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 73 लाख 87 हजार 122 है.

बताते चलें कि साल 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, कांग्रेस एक मात्र छिंदवाड़ा सीट पर ही जीत हासिल कर सकी थी. उस चुनाव में बीजेपी को 58 फीसदी, कांग्रेस को 34.50 फीसदी और बसपा को 2.38 फीसदी वोट मिले थे.

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