मशहूर शायर आलोक श्रीवास्तव को किसी अलहदा परिचय की दरकार नहीं. वह अपनी शायरी से लोगों का दिल जीतते ही रहते हैं. आज जब पाकिस्तान से जंग की बात हो रही है तब सुनिए साहित्य आजतक के मंच से पढ़ी गई उनकी यह शायरी , ‘वो मेरा दोस्त भी है, दुश्मन भी.. बद्दुआ दूं उसे, मगर ना लगे..
Alok Shrivastava Shayari on India Pakistan relation, Vo mera dosta bhi hai dushman bhi