शुक्रवार को हुए e-साहित्य आजतक में जावेद अख्तर ने देश में कोरोना को लेकर बनी स्थिति पर बात की. जावेद अख्तर ने ये भी बताया कि लॉकडाउन की बदौलत वे शादी के 38 सालों में पहली बार पत्नी शबाना आजमी संग इतना वक्त एक छत के नीचे बिता पाए हैं.
लॉकडाउन में पत्नी संग समय बिता रहे जावेद अख्तर
जावेद अख्तर ने कहा- मेरी और शबाना आजमी की शादी को 38 साल हो गए हैं. इन 38 सालों में मैंने और शबाना आजमी ने साथ में कभी इतना वक्त नहीं बिताया था. ना वो शूटिंग पर जा सकती हैं, ना मैं किसी रिकॉर्डिंग पर जा सकता हूं. ना उनका कोई जलसा हो सकता है और ना मेरी कोई मीटिंग हो सकती है. वरना हम लोग तो कभी कभी कहते थे कि हमारा रिश्ता वाया सैटेलाइट है.
जावेद ने कहा- एक शहर में वो होती थीं और दूसरे शहर में मैं. कभी कभी हमारी मुलाकात होती थी. अब हम दोनों एक घर में हम साथ है. इसे करीबन 40-45 दिन हो गए हैं. इतना वक्त साथ में किताबें पढ़ीं, फिल्में देखीं. ऐसे दिन तो हमने कभी देखे ही नहीं थे. हम इतनी फुरसत से तो कभी मिले ही नहीं थे.
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लॉकडाउन पर क्या बोले जावेद अख्तर?
जावेद अख्तर ने बताया कि वे लॉकडाउन में पढ़ रहे हैं, लिख रहे हैं, OTT प्लेटफॉर्म पर फिल्में देखते हैं. लॉकडाउन पर बोलते हुए जावेद अख्तर ने कहा- इस समय करोडों देशवासी परेशानी में हैं. जो लोग पैदल चल रहे हैं. जो लोग जहां से भी पैदल गुजरे वहां के लोग अपने घरों से निकलकर इनकी मदद करें. ये हिंदुस्तान है. सालों पहले मुंबई में सैलाब आ गया था. लोगों ने घरों से निकलकर दूसरों को पानी और खाना दिया. हिंदुस्तान का दिल दूसरों का दुख देख दुखता है. लेकिन अच्छा होता अगर ऐसा दिन नहीं आता.