फरवरी माह का दूसरा हफ्ता प्रेमियों के लिए जन्नत की सैर जैसा होता है. इस पूरे सप्ताह वे प्यार की स्वप्निल दुनिया की सैर करते हैं, उस दुनिया की जिसके राजा और रानी वे ही होते हैं. अगर आप भी पिछले कुछ दिनों से इस सैर पर निकले हुए हैं और अपने अलगे पड़ाव के लिए जरा से भ्रमित हैं, तो हम आपको बताते हैं कि कैसे आप अपने आज के पड़ाव पर फतह पा सकते हैं.
वेलेंटाइन वीक के मुताबिक आज यानी बारह फरवरी को मनाया जाता है किस-डे. उन लोगों के लिए तो यह दिन किसी वरदान से कम नहीं, जो करीब आने को तरसते ही रह जाते हैं, लेकिन साथी उन्हें इसका मौका ही नहीं देती. तो जनाब जुट जाईए इस दिन को यादगार बनाने में और भरपूर आनंद उठाने में.
अगर आप इस दिन को खासा जायकेदार बनाना चाहते हैं, तो ऐसा करने में कोई हर्ज नहीं. आखिर दिन है आपके नाम का. और अगर आप इस बात को लेकर परेशान हैं कि किस तरह उनके दिल में उत्तेजना का संचार करना है, क्या बोलना है और क्या सुनना है, तो जनाब इस दिन शब्दों को जरा सिरहाने से झटका दीजिए. क्यों न आज के दिन बातें शब्दों से नहीं स्पर्श से की जाएं...
आज के दिन अपने होंठों को खोल कर न बोलें, जो भी बोलें होठों को सीलकर महज स्पर्श से. शुरुआत करनी है, तो सतह से नहीं उनकी आत्मा से करें. हां इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आप संवाद का ये सिलसिला छेड़ें तो समय सही हो. ऐसा न हो कि सही काम भी गलत समय पर होने के चलते गलत की परिभाषा पा बैठे. पूरे दिन उन्हें अहसास कराते रहें कि वे कितनी स्पेशल हैं. अगर आप माहौल बनाना चाहते हैं, तो उनके करीब जाएं, धीरे-धीरे उन्हें अपने आगोश में लें. आपकी ये हरकत उनमें उत्तेजना भर देगी. बस फिर क्या है अगर वे आपको रोकना भी चाहेंगी तो भी नहीं रोक पाएंगी. इसके बाद तो बंद होंठों को ही खोलने हैं शर्म के पर्दे.{mospagebreak}
अगर आप अपने किस-डे के एक भी पल को जाया नहीं करना चाहते तो उन्हें पलभर को भी खुद से दूर न होने दें. करीब होने के अहसास को जितना हो सके बढ़ाते रहें. उनके शरीर के कोमल अंगों को छूएं. लेकिन ऐसा करते हुए बिस्तर को ध्यान में न रखें. बस प्यार और आज के दिन को रखें ध्यान में. जब उन्हें छूएं तो नजरों से नजरें मिलाना न भूलें. इस दौरान उन्हें इशारों में अहसास कराएं कि वे बेहतरीन लग रही हैं. बस अब आपको कुछ ज्यादा करने की जरूरत नहीं कोमलता से अपने होठों को रख दें उनके होठों पर. फिर देखिए कैसे बनता है आपका किस-डे यादगार.