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मर्दों के सपने में भी छाया रहता है सेक्स

आम तौर पर महिलाओं की तुलना में मर्द सेक्स के बारे में ज्यादा सोचा करते हैं. पुरुष अपने हमउम्र दोस्तों के साथ चर्चा के केंद्र में भी ज्यादातर सेक्स को ही रखते है. शायद यही वजह है कि पुरुषों के सपने में भी ज्यादातर सेक्स ही छाया रहता है.

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Symbolic Image
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आम तौर पर महिलाओं की तुलना में मर्द सेक्स के बारे में ज्यादा सोचा करते हैं. पुरुष अपने हमउम्र दोस्तों के साथ चर्चा के केंद्र में भी ज्यादातर सेक्स को ही रखते है. शायद यही वजह है कि पुरुषों के सपने में भी ज्यादातर सेक्स ही छाया रहता है.

एक नए शोध से भी इन्हीं तथ्यों की पुष्ट‍ि हुई है. शोध में पाया गया कि पुरुषों के सपनों में सिर्फ सेक्‍स होता है. दूसरी ओर महिलाओं को डरावने सपने अधिक आते हैं. लंबे वक्त तक चले शोध में महिलाओं और पुरुषों के सपनों के बारे में इस तरह का दावा किया गया है. इसमें पाया गया कि 20 से 30 साल की उम्र में 'अच्‍छे सपनों' का ग्राफ बहुत नीचे होता है.

स्‍टडी में पाया गया कि महिलाएं भी सेक्‍स को लेकर सपने तो देखती हैं, लेकिन पुरुषों की तुलना में बहुत कम. ज्‍यादातर पुरुषों के सपने का थीम सेक्‍स ही रहा. अगर आंकड़ों की बात की जाए, तो 85 प्रतिशत पुरुष सेक्‍स के सपने देखते हैं. वहीं कभी-कभार सेक्स के सपने देखने वाली महिलाओं का आंकड़ा 73 प्रतिशत रहा.

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