आजकल किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी काफी आम समस्या बन चुकी है. लेकिन इसे गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है. किडनी शरीर का बेहद अहम अंग है और यह खून को फिल्टर करने का काम करता है. खून को फिल्टर करते हुए उसमें मौजूद सोडियम, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स के महीन कण यूरीन के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं लेकिन जब खून में कैल्शियम, फॉस्फोरस, सोडियम समेत अन्य मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है तो यह किडनी में जमा होकर स्टोन के छोटे छोटे टुकड़ों का रूप ले लेते हैं जिसे किडनी स्टोन कहते हैं.
यह एक सामान्य लेकिन गंभीर बीमारी है जिसमें मरीज को अपने खानपान का ध्यान रखने की जरूरत होती है.यहां हम आपको बताएंगे कि किडनी में स्टोन होने पर मरीजों को खानपान में क्या-क्या सावधानी रखनी चाहिए.
नमक सीमित करें
शरीर में सोडियम यानी नमक का उच्च स्तर यूरीन में कैल्शियम को बढ़ा सकता है. इसलिए भोजन में ज्यादा नमक डालने से बचें और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर चेक करें कि उनमें कितना सोडियम है. फास्ट फूड में सोडियम की मात्रा अधिक हो सकती है लेकिन रेस्तरां के भोजन में भी सोडियम की मात्रा अधिक हो सकती है. इसलिए आप रेस्तरां वालों से खाने में ज्यादा नमक न डालने का अनुरोध कर सकते हैं.
मीट का सेवन कम करें
रेड मीट, पोर्क, चिकन, पोल्ट्री और अंडे जैसे फूड आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाते हैं. अधिक मात्रा में प्रोटीन खाने से मूत्र में साइट्रेट नामक रसायन भी कम होता है. साइट्रेट का काम गुर्दे की पथरी को रोकना है. इसलिए प्लांट बेस्ट प्रोटीन का सेवन करें. इनमें क्विनोआ, टोफू (बीन्स दही), हम्मस, चिया बीज और ग्रीक दही शामिल हैं. चूंकि प्रोटीन ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी है इसलिए अपने डॉक्टर से चर्चा करें कि आपको प्रतिदिन कितना प्रोटीन खाना चाहिए.
कोल्ड ड्रिंक और कैफीन
कोल्ड ड्रिंक और कैफीन का सेवन भी किडनी स्टोन की दिक्कत को बढ़ा सकता है क्योंकि इनमें डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है. किडनी में स्टोन होने पर बहुत ज्यादा चाय और कॉफी पीने से बचना चाहिए. कोल्ड ड्रिंक से भी दूर रहना चाहिए. कोल्ड ड्रिंक में मौजूद फास्फोरिक एसिड से किडनी में स्टोन का खतरा बढ़ सकता है.