कैरम सीड्स, जिन्हें अजवाइन के नाम से भी जाना जाता है, छोटे आकार के बीज होते हैं जिनका उपयोग आमतौर पर भारतीय खाने और आयुर्वेदिक मेडिकेशन में किया जाता है. इसमें मौजूद थाइमोल के कारण अजवाइन के बीजों में एक मजबूत, थाइम जैसा स्वाद होता है, जो एक शक्तिशाली कंपाउंड है जो अपने एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है. अजवाइन का इस्तेमाल पाचन में सहायता करने, गैस और इन्फ्लेमेशन से राहत दिलाने के लिए किया जाता है. अजवाइन के बीज काफी हेल्दी होते हैं, ये फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स से भरे होते हैं. आइए जानते हैं अजवाइन से मिलने वाले फायदों के बारे में-
पाचन में सुधार करता है- अजवाइन के बीज अपने पाचन संबंधी गुणों के लिए जाने जाते हैं. अजवाइन में मौजूद थाइमोल गैस्ट्रिक जूस के स्राव को उत्तेजित करता है, जो खाने को ज्यादा अच्छे से तोड़ने में मदद करता है. यह अपच, इंफ्लेमेशन और गैस से राहत देता है, जिससे हैवी खाना खाने के बाद अजवाइन का पानी या चाय पीना फायदेमंद होता है.
एसिडिटी और सीने की जलन से राहत दिलाता है- अजवाइन में क्षारीय गुण होते हैं जो पेट की एसिडिटी को बैलेंस करने में मदद करते हैं. ज्यादा एसिड बिल्डअप को कम करके और एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को रोक सकते हैं या कम कर सकते हैं. कई लोग पेट के एसिड को बेअसर करने के लिए खाने के बाद एक चुटकी अजवाइन चबाते हैं.
श्वसन संबंधी समस्याओं से लड़ता है- अजवाइन खांसी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मैनेजमेंट में सहायक होती है. अजवाइन मिला पानी पीने या अजवाइन के पानी से भाप लेने से बलगम को
वजन घटाने में सहायक- अजवाइन के बीज मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर और पाचन में सुधार करके वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं. वेट लॉस के लिए खाली पेट अजवाइन का पानी पीना फायदेमंद होता है.
पीरियड्स के दर्द से राहत- अजवाइन में दर्द कम करने वाले गुण पाए जाते हैं, जो पीरियड्स के दर्द को शांत कर सकते हैं. इसकी गर्म प्रकृति ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने मदद करती है.
इंफेक्शन से लड़ता है- अपने एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण, अजवाइन हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है. बीजों में मौजूद थाइमोल बैक्टीरिया के विकास को रोकते हैं, जिससे अजवाइन छोटे-मोटे इंफेक्शन को रोकने और उनका इलाज करने में उपयोगी होता है.
दांत दर्द और ओरल समस्याओं से राहत दिलाता है- अजवाइन के एंटीसेप्टिक और सुन्न करने वाले गुण दांतों के दर्द से राहत दिलाने और मुंह के इंफेक्शन को रोकने में मदद करते हैं. अजवाइन का तेल लगाने या इसके बीज चबाने से दांतों का दर्द कम हो सकता है, सांसों में ताजगी आती है और मुंह में बैक्टीरिया से लड़ा जा सकता है.
त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ाता है- अजवाइन के बीजों में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो उन्हें मुंहासे, फुंसी और खुजली जैसी छोटी-मोटी स्किन प्रॉब्लम्स के इलाज में फायदेमंद बनाते हैं. अजवाइन के बीजों को पीसकर बनाया गया पेस्ट त्वचा पर लगाने से जलन और बैक्टीरियल इंफेक्शन कम होता है.