Early signs of liver disease: लिवर एक जरूरी और कड़ी मेहनत करने वाला अंग है. यह हमारे शरीर के कई जरूरी कामों के लिए जिम्मेदार होता है. लिवर आपके खून से विषाक्त पदार्थों को छानने में मदद करता है, बाइल जूस का उत्पादन करता है और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है. बीते कुछ सालों में लिवर से जुड़ी बीमारियों में इजाफा हुआ है इसके पीछे का कारण अनहेल्दी डाइट, खराब लाइफस्टाइल और शराब का ज्यादा मात्रा में सेवन करना है और कुछ वायरल इंफेक्शन हो सकते हैं.
शुरुआती स्टेज में लिवर की बीमारियों की पहचान करने से लिवर की गंभीर स्थितियों को रोकने में मदद मिल सकती है. हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको इग्नोर नहीं करना चाहिए क्योंकि ये लिवर की बीमारियों का संकेत दे सकते हैं.
पीलिया
पीलिया लिवर से जुड़ी समस्याओं के जरूरी लक्षणों में से एक है. इसमें त्वचा और आंखों का पीला पड़ना शामिल है, जो लिवर की खराबी के कारण बिलीरुबिन के निर्माण का संकेत देता है.
लगातार थकान
असामान्य रूप से थकावट या कमजोरी महसूस करना लिवर डिजीज के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकता है, क्योंकि इससे शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने की लिवर की क्षमता प्रभावित हो सकती है.
मतली और उल्टी
लगातार मतली और उल्टी होना इस बात का संकेत हो सकता है कि यकृत विषाक्त पदार्थों को प्रभावी ढंग से संसाधित करने में संघर्ष कर रहा है.
भूख न लगना
पाचन और मेटाबॉलिज्म में लिवर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. लिवर के खराब होने से भूख कम लगना और अनजाने में वजन कम होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
डार्क कलर का यूरिन
यूरिन के रंग में बदलाव, खासतौर से असामान्य गहरा पीला या भूरा रंग, तब हो सकता है जब लिवर बिलीरुबिन को अच्छे से प्रोसेस ना कर पा रहा हो.
स्किन पर खुजली होना
लगातार खुजली ब्लड फ्लो में पित्त लवण के जमाव के कारण हो सकती है, जो लिवर डिजीज का एक सामान्य लक्षण है.
पेट या पैरों में सूजन
लिवर की रक्त वाहिकाओं में दबाव बढ़ने के कारण पेट (जलोदर) या पैरों में फ्लूइड का जमाव (एडिमा) हो सकता है.