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डिहाइड्रेशन की वजह से बढ़ सकता है आपका ब्लड प्रेशर? यहां जानें इससे जुड़ी बातें और बचाव के तरीके

गर्मियों के मौसम में पसीने के जरिए शरीर का सारा पानी बाहर निकल जाते हैं जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन की दिक्कत होने लगती है. शरीर में हाइड्रेशन की कमी होने से सिरदर्द, चक्कर आना, थकान और यहां तक की हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. तो आइए जानते हैं क्या सच में डिहाइड्रेशन की वजह से आपका ब्लड प्रेशर बढ़ता है?

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पर्याप्त हाइड्रेशन हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है. इससे हमारी कोशिकाएं, टिशू और ऑर्गन सही तरीके से काम करते हैं. हमारा 70 फीसदी शरीर पानी से बना होता है. ऐसे में पानी हमारे लिए बेहद जरूरी माना जाता है. गर्मियों के मौसम में पसीने के जरिए शरीर का सारा पानी बाहर निकल जाता है जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन की दिक्कत होने लगती है. शरीर में हाइड्रेशन की कमी होने से सिरदर्द, चक्कर आना, थकान और यहां तक की हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. तो आइए जानते हैं क्या सच में डिहाइड्रेशन की वजह से आपका ब्लड प्रेशर बढ़ता है?

क्या होता है नॉर्मल ब्लड प्रेशर?

ब्लड प्रेशर खून के जरिए आपकी धमनियों की दीवारों पर दबाव डालने वाला एक फोर्स होता है. इसे दो नंबर्स में देखा जाता है, ऊपर के नंबर को सिस्टोलिक प्रेशर और नीचे के नंबर को डायस्टोलिक प्रेशर कहा जाता है. सिस्टोलिक प्रेशर, हार्ट से खून को पंप करते समय आपकी धमनी पर पड़ने वाले प्रेशर को मापता है और डायस्टोलिक प्रेशर, हार्ट की धड़कनों के बीच खून के हार्ट में   वापस लौटने पर आपकी धमनियों पर पड़ने वाले प्रेशर को  मापता है.

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, 90 से 120 mmHg के बीच सिस्टोलिक रीडिंग और 60 से 80 mmHg के बीच डायस्टोलिक रीडिंग को नॉर्मल माना जाता है. ब्लड प्रेशर का लेवल नॉर्मल होने का मतलब है कि आपका हार्ट सही से खून को पंप कर रहा है जिससे आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं.

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हाई ब्लड प्रेशर की रीडिंग 130/80 mmHg या उससे ज्यादा होती है. हाई ब्लड प्रेशर की वजह से धमनियों को नुकसान पहुंच सकता है और हार्ट को खून पंप करने के लिए जरूरत से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. जिसका असर ओवरऑल हेल्थ पर पड़ता है.

क्या डिहाइड्रेशन के जरिए हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है?

एक हेल्दी ब्लड फ्लो के लिए हाइड्रेशन काफी जरूरी माना जाता है. हाइड्रेट रहने से आपके शरीर  में खून की उतनी ही मात्रा रहती है जितनी होनी चाहिए. जिससे हार्ट अच्छे से खून को पंप करता है और ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रहता है.

जब आप जब आप डिहाइड्रेट होते हैं, तो खून की मात्रा कम हो जाती है, जिससे  ब्लड प्रेशर में गिरावट हो सकती है. जब ऐसा होता है, तो शरीर डैमेज कंट्रोल के लिए ब्लड के प्रेशर को बढ़ाकर रिस्पॉन्स करता है. आपका दिल तेजी से धड़क सकता है, और आपकी बॉडी रक्त वाहिकाओं को संकुचित करने में मदद करने के लिए हार्मोन रिलीज कर सकती है. फ्लूइड  की पूर्ति होने के बाद ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो जाता है. क्रॉनिक डिहाइड्रेशन के कारण आपका ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा हाई रहता है.

डिहाइड्रेशन की वजह से होने वाले ब्लड प्रेशर से कैसे बचें?

पानी पिएं-  डिहाइड्रेशन की वजह से होने वाले हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए खूब पानी पिएं और ऐसे फलों और सब्जियों का सेवन करें जिनमें पानी की मात्रा काफी ज्यादा होती है. पानी पीने के लिए प्यास लगने का इंतजार ना करें. पूरा दिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहें.

ओवर ड्रिंक करने से बचें- जरूरत से ज्यादा पानी पीने से शरीर में सोडियम का लेवल एबनॉर्मल हो सकता है. इससे शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स भी पेशाब के जरिए बाहर निकल जाते हैं. पानी के साथ ही हेल्दी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें ताकि आपके शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी ना हो.

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