उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारे शरीर, स्किन की भी उम्र बढ़ती है. लेकिन कई बार बिजी लाइफस्टाइल और पोषक तत्वों की कमी के कारण समय. से पहले ही शरीर और स्किन पर एजिंग के संकेत दिखाई देने लगता हैं. ऐसे में आप अपनी उम्र को तो रोक नहीं सकते लेकिन इसके साइंस को डिले जरूर कर सकते हैं. आयुर्वेद में कई ऐसी चीजों का वर्णन किया गया है जिसके जरिए आप एजिंग इफेक्ट्स को डिले कर सकते हैं. आइए जानते हैं इन आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जो एजिंग प्रोसेस को धीमा कर सकते हैं-
सही तरीके से सांस लेना- आज की दौड़ती -भागती लाइफ में लोगों में सांस लेने का रेट औसतम 18 बार प्रति मिनट है, जबकि ऋषियों और मॉर्डन रिसर्च के मुताबिक, कम सांस लेना ( एक मिनट में 4 बार) जीवन को लंबा और हेल्दी बनाता है. गहरी सांस (जैसे नवजात शिशु लेते हैं) ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाती है, इससे स्किन और बालों की समस्या, डिप्रेशन और क्रॉनिक बीमारियों का खतरा कम होता है. रोजाना प्राणायाम और मेडिटेशन करने से शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है, जो उम्र बढ़ने के प्रभावों को कम कर देता है.
सेल्फलेस सर्विस (सेवा भाव)- बिना किसी मतलब के किसी की निस्वार्थ सेवा करने से सिर्फ मानसिक शांति ही नहीं मिलती बल्कि इससे आपका शरीर अंदर से हल्का और खुश महसूस करता है जिससे आपकी स्किन पर ग्लो आता है. एक स्टडी में यह पाया गया है कि जो लोग समय-समय पर लोगों की मदद करते हैं और सेवा करते हैं. उनकी उम्र लंबी होती है और वे खुश रहने वाले होते हैं.
आयुर्वेदिक औषधियां- आयुर्वेद में कई ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके उम्र बढ़ने के प्रोसेस को धीमा कर देते हैं. आंवला, गिलोय, अश्वगंधा, ब्राह्मी, त्रिफला, चवनप्राश, ब्रह्म रसायन और शतावरी कुछ ऐसी ही औषधियां हैं. इन्हें रोजाना खाने से स्किन और बालों की सेहत में सुधार होता है. त्रिफला का पानी, चवनप्राश या अश्वगंधा दूध में मिलाकर रोजाना लेने से काफी मदद मिलती है.
फास्टिंग- शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और डाइजेस्टिव सिस्टम को आराम देने के लिए जरूरी है कि आप फास्टिंग करें. कई स्टडीज में यह बात सामने आई है कि महीने में दो बार फास्टिंग करने से हमारी उम्र 11 फीसदी तक बढ़ सकती है. फास्टिंग करने से डीएनए डैमेज कम होता है, स्किन ग्लोइंग बनती है, मानसिक क्षमता में बढ़ोतरी होती है और वजन कम करने में मदद मिलती है.