ऐसा लगता है कि महिलाएं कभी नहीं बदलतीं. एक अध्ययन में दावा किया गया है कि हर तीन में से एक महिला तब तक घर से बाहर नहीं जाती, जब तक वह मेकअप न कर ले.
अध्ययन में पाया गया है कि ज्यादातर महिलाओं के मन में मेकअप के बिना, अपने सौंदर्य के प्रति विश्वास नहीं रहता. औसतन 10 में से छह महिलाएं हर दिन मेकअप करती हैं. वे यह नहीं सोचतीं कि वे कैसा मेकअप कर रही हैं, उन्हें कहां जाना है या उन्हें कौन देख रहा है.
तीन में से एक महिला हमेशा मेकअप में रहती है. भले ही उसे घर से कुछ ही दूर स्थित दुकान ही क्यों न जाना पड़े, वह मेकअप के बिना नहीं निकलती. दस फीसदी महिलाएं यह सोचकर मेकअप हटाए बिना ही सोना पसंद करती हैं कि कहीं उनका ब्वॉयफ्रैंड उन्हें मेकअप के बिना न देख ले.
अध्ययनकर्ताओं ने करीब 3,000 महिलाओं पर सर्वे करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला है. डेली एक्सप्रेस ने अध्ययनकर्ता और सुपरड्रग की सौंदर्य विशेषज्ञ सारा वोलवर्सन के हवाले से कहा है, ‘‘कई महिलाओं के लिए मेकअप करना दिन का एक महत्वपूर्ण काम होता है.’’{mospagebreak}
सर्वे के अनुसार, 23 फीसदी महिलाएं मानती हैं कि मेकअप के बिना वह पदोन्नति के लिए उपेक्षित कर दी जाएंगी. एक-तिहाई महिलाओं ने माना कि अगर उनका ब्वॉयफ्रैंड उन्हें बिना मेकअप के देख लेगा तो उसका उनसे मोहभंग हो जाएगा. 14 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे मेकअप करने की खातिर अपने पति से पहले जाग जाती हैं. अध्ययन में यह भी बताया गया है कि महिलाएं औसतन दो से ढाई माह के बाद ही अपने ब्वॉयफ्रैंड को अपना बिना मेकअप वाला चेहरा दिखाने का जोखिम उठाती हैं.