चिराग पासवान ने जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार के अगले पांच सालों के लिए एक स्वर्णिम इतिहास लिखने का आह्वान किया, जिसमें औद्योगिकीकरण, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि किसी भी बिहारी को राज्य छोड़कर न जाना पड़े. उन्होंने बिहार को विकसित और समृद्ध बनाने तक चैन की सांस न लेने का संकल्प दोहराया.