असदुद्दीन ओवैसी के बड़े करीबी हैं वारिस पठान लेकिन जब सीएए के विरोध के नाम पर वारिस पठान ने एक रैली में बोलना शुरु किया जो जुबां से धमकी और अपशब्दों की बाढ़ आ गई. जब वारिस पठान ने अपनी बयानबाजी पर माफी से इंकार कर दिया तो बीजेपी की ओर से भी भड़काऊ शब्दों का इस्तेमाल शुरु हो गया. सवाल है कि क्या अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कोई कुछ भी कह सकता है? नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध के नाम पर AIMIM लगातार उग्र प्रदर्शऩ कर रही है लेकिन ये कहां तक जायज है कि इसे हथियार बनाकर इसकी आड़ में किसी समुदाय विशेष को सीधी और खतरनाक धमकी दी जाए. बता दें, AIMIM नेता वारिस पठान ने कहा था- हम पंद्रह करोड़ हैं और 100 करोड़ पर भारी हैं. हम अपनी आजादी छीनकर लेंगे. बात नागरिकता कानून की और चर्चा विरोध कर रही महिलाओं की हो रही थी तो वारिस पठान ने ओवैसी के बगल में खड़े होकर जहर उगल दिया.
Amid protests against the CAA, a video has gone viral on social media where AIMIM leader Waris Pathan is allegedly saying that 15 crore Muslims can prove to be heavy on the other 100 crore. This has triggered a backlash from the BJP and the Congress.